पाक आर्मी चीफ की अफसरों को नसीहत, भारतीय सेना से सीखें

पाकिस्तानी अंग्रेजी दैनिक द नेशन के अनुसार बाजवा ने कहा, सरकार चलाने की कोशिश करना फौज का काम नहीं है. फौज को संविधान से परिभाषित अपनी भूमिका तक सीमित रहना चाहिए.

Advertisement
पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा

लव रघुवंशी / BHASHA

  • इस्लामाबाद,
  • 14 फरवरी 2017,
  • अपडेटेड 9:03 PM IST

पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को एक असामान्य सी सलाह देते हुए उनसे कहा कि सरकार चलाना सेना का काम नहीं है और कहा कि वे एक किताब पढ़ें जिसमें बताया गया है कि कैसे भारत सेना को सियासत से अलग रखने में कामयाब रहा.

पाकिस्तानी अंग्रेजी दैनिक द नेशन के अनुसार बाजवा ने कहा, सरकार चलाने की कोशिश करना फौज का काम नहीं है. फौज को संविधान से परिभाषित अपनी भूमिका तक सीमित रहना चाहिए. बाजवा ने अपने अधिकारियों से कहा कि वे आजादी के बाद असैनिक सरकार के साथ भारतीय सेना के रिश्तों के बारे में येल यूनिवर्सिटी के राजनीति शास्त्र एवं अंतरराष्ट्रीय संबंधों के प्रोफेसर स्टीवन आई विल्किंसन की लिखी किताब आर्मी ऐंड नेशन (सेना एवं राष्ट्र) पढ़ें.

Advertisement

बाजवा ने यह टिप्पणी दिसंबर में सैन्य मुख्यालय की रावलपिंडी गैरिसन में वरिष्ठ सैनिक अधिकारियों के एक समूह के बीच की थी और यह पाकिस्तान की असैन्य सरकार के साथ पाकिस्तानी सेना के रिश्तों में तब्दीली का एक संकेत है जो पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की सरकार के लिए एक शुभ समाचार हो सकता है. बाजवा के पूर्वाधिकारी राहील शरीफ से शरीफ सरकार के तल्खी भरे रिश्ते थे. बाजवा ने अपने अधिकारियों को साफ-साफ कहा है कि पाकिस्तान में सेना और असैनिक सरकार के बीच स्पर्धा नहीं सहयोग होनी चाहिए.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement