100 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर जा सकती है तेल की कीमत, रूसी बैंकों पर लगाई रोक बनेगी वजह

Russia-Ukraine War की वजह से पश्चिमी देशों ने रूसी बैंकों पर प्रतिबंध लगाए हैं, इन प्रतिबंधों की वजह से तेल की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल से भी ऊपर जा सकती है. विश्लेषकों का मानना है कि इससे तेल और धातुओं से लेकर अनाज तक, सभी वस्तुएं बुरी तरह प्रभावित होंगी.

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बढ़ जाएगी तेल की कीमत बढ़ जाएगी तेल की कीमत

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 27 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 12:12 AM IST
  • तेल और धातुओं से लेकर अनाज तक, सभी वस्तुएं बुरी तरह प्रभावित होंगी
  • हमले के पहले दिन तेल की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चली गई थी

Russia-Ukraine War के चलते, कुछ पश्चिमी देशों ने स्विफ्ट (SWIFT) पेमेंट सिस्टम से कुछ रूसी बैंकों को ब्लॉक करने का निर्णय लिया था. विश्लेषकों का मानना है कि ऐसा करने से तेल की कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल से भी ऊपर जा सकती हैं. 

SWIFT यानी सोसाइटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटरबैंक फाइनेंशियल टेलीकम्युनिकेशन, एक सुरक्षित मैसेजिंग सिस्टम है, जो सीमा पार से तुरंत पेमेंट की सुविधा देता है. जिससे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार सुचारू रूप से चलता है.

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तेल ही नहीं, धातु और अनाज भी होंगे प्रभावित

व्यापारियों और विश्लेषकों का कहना है कि रूसी पर लगाए गए पश्चिमी प्रतिबंधों से, तेल और धातुओं से लेकर अनाज तक, सभी वस्तुएं बुरी तरह प्रभावित होंगी. कम से कम 10 तेल और कमोडिटी के 10 व्यापारियों, ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पश्चिम में रूसी चीज़ों का आना गंभीर रूप से बाधित होगा या कुछ दिनों के लिए रुक जाएगा, जब तक कि छूट पर स्पष्टता नहीं हो जाती.

कंसल्टेंसी एनर्जी एस्पेक्ट्स से अमृता सेन का कहना है कि ब्रेंट क्रूड की कीमत निश्चित रूप से 100 डॉलर से ऊपर चली जाएगी और हो सकता है कि 105 डॉलर के उच्चतम स्तर पर वापस आएगी. 110 डॉलर प्रति बैरल भी हो सकता है.

जब रूसी सेना ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला किया था, तो तेल की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चली गई थी, ब्रेंट 2014 के बाद पहली बार 105 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर गया था. हालांकि, शुक्रवार तक कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गई थी.

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छूट के बिना व्यापार करना बहुत मुश्किल होगा

अमृता सेन ने कहा, 'स्विफ्ट अभी भी आने वाले समय में एनर्जी ट्रेड फ्लो में रुकावट डाल सकता है. कम से कम जब तक खरीदार टेलेक्स या दूसरे सिस्टम जैसे विकल्पों पर स्विच नहीं करते हैं.' छूट के बिना अन्य वस्तुओं का व्यापार करना बहुत मुश्किल होगा. 

एक अमेरिकी अधिकारी का कहना है कि अगर स्विफ्ट से कटा हुआ कोई बैंक, रूस के बाहर के किसी बैंक के साथ पेमेंट करना चाहता है, तो उसे फोन या फैक्स मशीन का इस्तेमाल करना होगा. लेकिन उनका कहना है कि दुनिया भर के ज़्यादातर बैंक, नेटवर्क से हटाए गए रूसी बैंकों के साथ सभी लेनदेन बंद कर देंगे.

जापान देगा यूक्रेन का साथ

जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने रविवार को कहा कि वह कुछ रूसी बैंकों को स्विफ्ट पेंमेंट सिस्टम से ब्लॉक करने में, बाकी पश्चिमी सहयोगी देशों का साथ देंगे. किशिदा ने यह भी कहा कि जापान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और रूस के अन्य बड़े अधिकारियों की संपत्ति को भी जब्त करेगा. जापान यूक्रेन को आपातकालीन मानवीय सहायता में 100 मिलियन डॉलर भेज रहा है.

फुमियो किशिदा ने यह भी कहा कि जापान यूक्रेनी लोगों के साथ खड़ा है. ये लोग अपनी संप्रभुता, क्षेत्र, अपनी मातृभूमि और परिवार की रक्षा के लिए जबरदस्त लड़ाई लड़ रहे हैं.

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