वेनेजुएला में हुए चुनाव में राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को सोमवार के दिन विजेता घोषित किया गया. उनके प्रतिद्वंद्वियों ने इस चुनाव को खारिज करते हुए यह मांग की है कि इस वर्ष के अंत में फिर से चुनाव कराए जाएं.
राष्ट्रीय चुनाव परिषद के प्रमुख टी लुसेना ने कहा कि 90 फीसदी से ज्यादा वोटों की गिनती हो चुकी है और मादुरो को अब तक 67.7 प्रतिशत मत मिले हैं जबकि उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी हेनरी फाल्कन को 21.2 प्रतिशत मत मिले हैं. इससे पहले, राष्ट्रपति चुनाव का बहिष्कार करने वाली मुख्य विपक्षी पार्टी ने मादुरो को चुनौती देने वाले दो उम्मीदवारों से अनुरोध किया था कि वे नतीजों को खारिज कर दें, क्योंकि चुनाव एक धोखा है.
फ्रेंटे एम्पलीओ पार्टी के विक्टर मार्केज ने कहा था कि हम चाहते हैं कि उम्मीदवार नतीजों को स्वीकार न करें क्योंकि परिणाम पहले से ही तय हैं. विपक्षी सांसद जुआन एंड्रेस मेजिया ने पूर्व गर्वनर फाल्कन और जेवरियर बर्टुची से मुलाकात की और स्वतंत्र तथा लोकतांत्रिक चुनाव कराने की विपक्षी मांग का समर्थन करने का अनुरोध किया. ये दोनों व्यक्ति चुनाव में मादुरो के खिलाफ मैदान में थे.
फ्रेंटे एम्पलीओ ने दावा किया था कि सरकार ने मतदान का आधिकारिक समय खत्म होने के बाद भी कई मतदान केंद्रों को खुले रहने का आदेश दिया क्योंकि मतदान 30 फीसदी से भी कम हुआ था. मार्केज ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि सरकार की मंशा ऐसे आंकड़े पेश करने की है जिनका वास्तविकता से कोई नाता न हो.
अमेरिका, यूरोपीय संघ और वेनेजुएला के कई लातिन अमेरिकी पड़ोसियों ने कहा है कि वे चुनाव परिणामों को मान्यता नहीं देंगे, क्योंकि उन्हें नहीं लगता है कि ऐसी स्थिति में निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव हो सकता है.
विकास जोशी