जापान की राजकुमारी माको ने प्यार के लिए अपना शाही दर्जा खो दिया है. उन्होंने केई कोमुरो नाम के अपने बॉयफ्रेंड से शादी रचा ली है. इस शादी के साथ ही अब माको जापान की राजकुमारी नहीं रहेंगी. जापान में किसी सामान्य व्यक्ति से शादी करने पर शाही दर्जा समाप्त हो जाता है. माको ने ये भी कहा है कि अगर किसी को भी उनकी इस शादी से दिक्कत हुई है तो वे इसके लिए माफी चाहती हैं.
इंपीरियल हाउसहोल्ड एजेंसी के मुताबिक, माको और कोमुरो के शादी के दस्तावेज महल के एक अधिकारी ने प्रस्तुत किए हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, माको इस महीने की शुरुआत में ही तनाव से जूझ रही थीं. वे अपनी शादी के बारे में नकारात्मक बातें खासतौर पर कोमुरो को निशाना बनाए जाने के कारण काफी तनाव में थीं. हालांकि उनके हालात अब बेहतर हो रहे हैं.
शाही परिवार से नहीं लिया माको ने एक भी पैसा
माको ने शाही परिवार से किसी तरह का पैसा लेने से भी मना कर दिया है. द्वितीय विश्व युद्ध के बाद शाही परिवार की वह पहली सदस्य हैं, जिन्होंने एक आम नागरिक से शादी करते समय उपहार के तौर पर कोई धन नहीं लिया है. रिपोर्ट्स के अनुसार, इस शादी के बाद किसी तरह के भोज का आयोजन भी नहीं होगा और ना ही कोई रस्में होंगी.
बता दें कि माको जापान के पूर्व सम्राट अकिहितो की पोती हैं. उनकी उम्र 29 साल है. उन्होंने साल 2017 में अपने दोस्त कोमुरो से सगाई की थी. कोमुरो एक सामान्य बैकग्राउंड से आते हैं और अमेरिका की एक लॉ कंपनी में काम करते हैं. कोमुरो ने साल 2013 में माको को प्रपोज किया था. ये शादी कोमुरो के परिवार में हुए विवाद के कारण चार सालों से अटकी हुई थी. हालांकि आखिरकार, कोमुरो और माको की शादी हो गई है.
माको की बुआ ने भी खोया था शाही दर्जा
राजकुमारी माको ने शुरुआती दौर में अपने रिलेशनशिप को लेकर काफी प्राइवेट रखा था. उन्होंने ब्रिटेन में पढ़ाई के बाद 2017 में घोषणा की थी कि वे एक आम शख्स से शादी करने जा रही हैं. लंबे विवाद के बाद जापान के क्राउन प्रिंसेस ने माको की शादी के लिए सहमति दे दी थी. माको के पिता ने भी बेटी के फैसले का सम्मान करते हुए उन्हें अपना फैसला लेने की आजादी दी थी. राजुकमारी माको से पहले उनकी बुआ राजुकमारी सयाको भी राजकुमारी की पदवी को लौटा चुकी हैं. उन्होंने 2005 में टोक्यो के एक ऑफिसर से शादी की थी.
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