Israel-Hamas War: इजरायल और हमास युद्ध को 19 दिन हो चुके हैं. गाजा में मरने वालों की संख्या 6,456 पहुंच गई है. पिछले 24 घंटों में 704 लोग इजरायल की एयर स्ट्राइक में मारे गए हैं. वहीं फिलिस्तीन वेस्ट बैंक में इजरायली एयर स्ट्राइक से मारे जाने वालों की संख्या 103 पहुंच गई है. गाजा में अलशिफा हॉस्पिटल के डॉक्टर ने दावा किया है कि शहर के अंदर इजरायल ने नए और घातक हथियारों का इस्तेमाल किया है और वो इसके गवाह हैं. गाजा में हेल्थ केयर सिस्टम अब पूरी तरह से ठप हो गया है.
उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा है कि गाजा पर ग्राउंड ऑपरेशन के लिए इजरायल खुद फैसला ले सकता है. इस बीच तुर्किए की तरफ से भी बड़ा बयान आया है. तुर्किए ने इजरायल को एक आतंकी संगठन बता दिया है तो हमास के आतंकियों को गाजा का योद्धा करार दिया है.
अब इजरायल ने सीरिया के सैन्य ठिकानों पर भी हमले कर दिए हैं. उन हमलों में सीरियाई सेना के 8 जवानों के मारे जाने की जानकारी है. गाजा पट्टी में ईंधन की कमी के कारण पानी प्लांट बंद हो रहे हैं. कई लोग गंदा और खारा पानी पीने को मजबूर हैं. गाजा को रोज कम से कम एक लाख 60 हजार लीटर ईंधन चाहिए.
इस सबके बीच बुधवार को ही हिज्बुल्ला, हमास और फिलिस्तीन इस्लामिक जिहाद के प्रमुखों की लेबनान की राजधानी बेरूत में बड़ी बैठक हुई. हमास का डिप्टी चीफ सालेह अल अरुरी, इस्लामिक जिहाद का प्रमुख जियाद अल नकाल्लाह और हिज्बुल्ला का चीफ हसन नसरल्लाह ने एकजुट होकर इजरायल के खिलाफ जंग लड़ने पर विस्तृत चर्चा की.
बैठक से बढ़ सकती है इजरायल की मुश्किलें
इसके दो मायने निकाले जा रहे हैं. एक ये है कि 7 अक्टूबर का जो आतंकी हमला हमास द्वारा किया गया था, उसके पीछे ईरान का हाथ था. कारण, ये तीनों संगठनों ईरान फंड और हथियार देता है. ईरान किसी भी युद्ध में सीधे तौर पर शामिल नहीं होकर इनके जरिए हमला कराता है. कहीं न कहीं इस बैठक के जरिए ईरान एक संदेश इजरायल को देना चाहता है कि वो अब रुकेंगे नहीं. वहीं माना जा रहा है कि आतंक के इंटरनेशनल फ्रंट यानी ये तीनों संगठन अब मिलकर काम करेंगे और तीनों दिशाओं से मिलकर इजरायल पर हमला करेंगे. इससे कहीं न कहीं इजरायल की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं.
यूएन महासचिव के बयान पर भड़का इजरायल
उधर, गाजा में इजरायल की एयर स्ट्राइक पर संयुक्त राष्ट्र भड़का हुआ है. वहीं हमास पर भी संयुक्त राष्ट्र ने सबसे चौंकाने वाला बयान दिया है और खुलकर फिलिस्तीन का समर्थन कर दिया है. यूएन के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि हमास का हमला ऐसे ही नहीं हो गया है, फिलिस्तीन के लोग 56 साल के कब्ज़े की घुटन में जी रहे हैं. हालांकि यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के इस बयान पर इज़रायल बुरी तरह से भड़क गया है.
इजरायल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने कहा यूएन महासचिव पर पलटवार करते हुए कहा कि मिस्टर सेक्रेटरी जनरल, किस दुनिया में रहते हैं आप? ये नरसंहार इतिहास में ISIS से भी ज्यादा बर्बर होगा. हमास नया नाजी है. इतना ही नहीं, इजरायल ने यूएन चीफ का भी इस्तीफा मांग लिया है.
इजरायली के जमीनी हमले से शुरू हो सकता है विश्वयुद्ध
इजरायल ने ये भी बता दिया है कि अबतक उन्होंने गाजा पर एयरस्ट्राइक की है. अब वो हमास को गाज़ा में घुसकर मारने जा रहे हैं. लेकिन इसके नतीजे क्या-क्या हो सकते हैं, उनके बारे में जानना और समझना भी जरूरी है. क्योंकि गाजा पर इजरायल का जमीनी आक्रमण युद्ध को विश्वयुद्ध में बदल सकता है.
कारण, ईरान भी धमकी दे चुका है कि अगर इजरायली सेना गाजा में घुसी तो वो भी गाजा की तरफ से बमबारी शुरू कर देगा और इस युद्ध को महायुद्ध में बदल देगा. ईरान ने कहा है कि गाजा में यहूदी शासन बर्दाश्त नहीं करेंगे. अगर ऐसा हुआ तो इजरायल का नक्शा ही बदलकर रख देंगे. ईरान के डिप्टी मिलिट्री चीफ ने इजरायल पर मिसाइल अटैक की धमकी दी और ये भी कह दिया कि उनके टारगेट पर इजरायल का हाइफा शहर है.
ईरान सिर्फ इजरायल ही नहीं, बल्कि अमेरिका को भी इस युद्ध में बराबर का हिस्सेदार मान रहा है. ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्ला अली खामेनेई ने दुनिया के सामने कह दिया है कि अमेरिका के हाथ गाजा के बच्चों के खून से सने हैं. फिर भी इस युद्द में जीत फिलिस्तीन की होगी.
मिडिल ईस्ट ने खुलकर दी इजरायल को धमकी
अब आपको बता दें कि मिडिल ईस्ट के देश कैसे एक के बाद इजरायल के खिलाफ माहौल बना रहे हैं. वे गाजा के समर्थन में खुलकर बोल रहे हैं और इजरायल को धमकियां भी दे रहे हैं. इसी से ये संकेत भी मिलते हैं कि अगर मिडिल ईस्ट के देश युद्ध में कूदे तो विश्वयुद्ध होना तय है.
- ईरान कह रहा है इजरायल के हाइफा शहर पर मिसाइल अटैक के लिए रेडी है.
- सीरिया कह रहा है कि इजरायल ने उस पर भी एयर स्ट्राइक की है और सीरिया की तरफ से उसपर रॉकेट दागे गए हैं.
- अब तुर्किये के राष्ट्रपति एरर्दोगन ने कह दिया है कि इजरायल एक देश की तरह नहीं बल्कि आतंकी संगठन की तरह काम कर रहा है. गाजा में नरसंहार कर रहा है. जबकि हमास के लड़ाके अपने क्षेत्र की रक्षा कर रहे हैं और वो योद्धा हैं.
- वहीं कतर ने कहा है कि इजरायल को गाजा में बेगुनाहों की हत्या का खुला लाइसेंस नहीं दिया जा सकता है.
अभी तक इजरायल को रक्षा कवर देने के लिए अमेरिका ने भूमध्य सागर में अपने युद्धपोत उतारे थे. अब ऑस्ट्रेलिया ने भी मिडिल ईस्ट के लिए अपने एयरक्राफ्ट और सैन्य कर्मियों को तैयार कर दिया है. इससे साफ संकेत मिल रहे हैं कि इजरायल और हमास के युद्ध का बारूद शांत होने की बजाए और तेजी से धधक रहा है.
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