ईरान ने आधीरात को इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन अटैक किए हैं. ईरान ने इजरायल पर 300 से ज्यादा अलग-अलग तरह के ड्रोन हमले किए हैं, जिनमें किलर ड्रोन से लेकर बैलिस्टिक मिसाइल और क्रूज मिसाइलें शामिल हैं. इजरायल के कई शहरों में धमाकों की आवाज सुनी जा रही है. पूरे देश की किलाबंदी कर दी गई है. इजरायली सेना ने एयर डिफेंस सिस्टम को एक्टिवेट कर दिया है. सेना को हाई अलर्ट कर दिया गया है. इजरायल ने अधिकतर मिसाइलों को मार गिराया है. ईरान ने इस हमले को ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस का नाम दिया है. इस हमले से जुड़े लाइव अपडेट यहां पढ़ें:-
ईरान के सरकारी मीडिया ने रविवार को बताया कि तेहरान के इमाम खुमैनी इंटरनेशनल समेत कई ईरानी हवाईअड्डों ने सोमवार तक उड़ानें रद्द कर दी हैं. ईरान ने इजरायल पर 300 मिसाइलें और ड्रोन दागी हैं, जिससे मिडिल ईस्ट क्षेत्र में टेंशन बढ़ गया है.
ईरान के हवाई अड्डों और एयर नेविगेशन कंपनी के मुताबिक, तेहरान के मेहराबाद हवाई अड्डे और शिराज, इस्फ़हान, बुशहर, करमान, इलम और सानंदज के हवाई अड्डों से डोमेस्टिक फ्लाइटंस भी रद्द कर दी गई हैं. मध्य पूर्व की प्रमुख एयरलाइनों ने भी अपनी कुछ उड़ानें रद्द करने की घोषणा की है, जबकि अन्य का रूट डायवर्ट करना पड़ा है
ईरान में भारतीय एंबेसी ने भारतीयों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी की है. अगर किसी भारतीय को मदद की जरूरत होगी तो वे दिए गए नंबर पर कॉन्टेक्ट कर सकेंगे. ईरान में भारतीय एंबेसी ने एक्स पोस्ट में कहा, "तेहरान में भारतीय दूतावास ने अतिरिक्त हेल्पलाइन नंबर सक्रिय किए हैं. किसी भी सहायता के लिए, कृपया दूतावास से संपर्क करें: +989128109115; +989128109109; +989932179567; +989932179359; +98-21-88755103-5; cons.tehran@mea.gov.in
इजरायली सेना आईडीएफ का कहना है कि ईरान ने आधीरात को इजरायल पर 300 मिसाइल और ड्रोन अटैक किए. इनमें से 99 फीसदी को इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम ने मार गिराया. सेना का कहना है कि ईरान का ये हमला एक स्ट्रैटेजिक फेलियर है. सूत्रों के मुताबिक, इजरायल का कहना है कि ईरान को इजरायल के काउंटर अटैक के लिए तैयार रहना चाहिए. हम शांति से नहीं बैठेंगे.
इजरायल पर ईरान के हमले को लेकर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भी बयान आया है. ट्रंप ने कहा है कि अगर मैं अमेरिका का राष्ट्रपति होता तो ईरान की हमला करने की हिम्मत नहीं होती. उन्होंने अपने सोशल मीडिया ऐप पर पोस्ट कर कहा कि इजरायल पर हमला हो रहा है. ऐसा कभी नहीं होने दिया जाना चाहिए. अगर मैं राष्ट्रपति होता तो ऐसा कभी नहीं होता.
ईरान हमले की निंदा करते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि ना ही मिडिल ईस्ट और ना ही ये दुनिया एक और युद्ध झेल नहीं सकती. उन्होंने सभी पक्षों से संयम बनाए रखने और मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ाने वाली किसी भी गतिविधि से दूर रहने की हिदायत दी है.
ईरान के हमले के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन से फोन पर बात की. अमेरिकी रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस दौरान बाइडेन ने नेतन्याहू को बताया कि ईरान पर इजरायल के काउंटर अटैक का अमेरिका समर्थन नहीं करेगा. बाइडेन ने कहा कि इजरायल के काउंटर अटैक का अमेरिका विरोध करेगा और इस तरह की किसी कार्रवाई में हिस्सा नहीं लेगा.
ईरान के हमले के मद्देनजर इजरायल में एक दिन के लिए सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है. लेकिन दफ्तरों में कामकाज सामान्य रहेगा. हालांकि, देशभर में हाई अलर्ट जारी है.
भारत ने इजरायल पर ईरान के हमले पर गहरी चिंता जताई है. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इस हमले के बाद भारत ने भी बयान जारी किया है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम इजराइल और ईरान के बीच बढ़ती शत्रुता से गंभीर रूप से चिंतित हैं, जिससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया. हम तत्काल तनाव कम करने, संयम बरतने, हिंसा से पीछे हटने और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान करते हैं. हम मौजूदा हालात पर करीब से नजर बनाए हुए हैं. इस क्षेत्र में मौजूद हमारे दूतावास भारतीय समुदाय के साथ लगातार संपर्क में हैं. यह बहुत अहम है कि क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनी रहे. ईरान और इजरायल दोनों को कूटनीति के जरिए मुद्दों को हल करना चाहिए.
इजरायल पर ईरान के हमले के बाद मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ गया है. कई मध्य पूर्वी देशों ने घोषणा की है कि वे इजरायल पर जवाबी ईरानी हमले के मद्देनजर अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर रहे हैं और उड़ानों को डायवर्ट कर रहे हैं. जॉर्डन और लेबनान ने अपने हवाई क्षेत्र को अस्थायी रूप से बंद करने की घोषणा कर दी है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक इराक में दो क्षेत्रीय सुरक्षा सूत्रों ने कहा कि दर्जनों ड्रोनों को ईरान से इजराइल की ओर इराकी हवाई क्षेत्र में उड़ान भरते देखा गया है. सूत्रों ने कहा कि जॉर्डन की एयर सिक्योरिटी उसके एयरस्पेस का उल्लंघन करने वाले किसी भी ईरानी ड्रोन या विमान को रोकने और मार गिराने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि सेना भी हाईअलर्ट पर है. रडार सिस्टम ड्रोन गतिविधि पर नजर रख रहे हैं.
इन हमलों पर इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि हमने देश के डिफेंस सिस्टम को काम पर लगा दिया है. हम किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. हमारा राष्ट्र बहुत मजबूत हैं. IDF बहुत मजबूत है और सबसे जरूरी हमारे लोग बहुत मजबूत हैं. इस संकट की घड़ी में हमारा साथ देने वाले अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस सहित सभी देशों की सराहना करते हैं.
इजरायल पर ईरान के हमले को लेकर पूरी दुनिया चिंतित है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि मैं इजरायल पर ईरान के हमले की कड़ी निंदा करता हूं. मैं इस हमले को तत्काल रोकने का आह्वान करता हूं. ना ही मिडिल ईस्ट और ना ही पूरी दुनिया एक और युद्ध सह सकता है. इस हमले के मद्देनजर संयुक्त राष्ट्र ने आपात बैठक भी बुलाई है.
ईरान के हमले के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से फोन पर बात की. इस बातचीत के बाद बाइडेन ने जारी बयान में कहा कि मैं इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. मेरे दिशानिर्देश पर बीते कुछ दिनों से अमेरिकी सेना इजरायल को मदद पहुंचा रही है. हमने ईरान की ओर से आ रही मिसाइलों और ड्रोन को मार गिराया. मैंने पीएम नेतन्याहू से बात कर उन्हें बताया है कि इजरायल की सुरक्षा के लिए अमेरिका दृढ़ संकल्पित है. ईरान के इस हमले को लेकर कल मैं जी-7 देशों के हमारे नेताओं से भी बात करूंगा.
एक अप्रैल को सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला किया गया था. इस हमले में ईरान के टॉप कमांडर सहित कई सैन्य अधिकारियों की मौत का दावा किया गया था. ईरान ने इस हमले के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था. हालांकि, अभी तक इजरायल की ओर से इस पर अभी तक किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी गई है.
कहा जा रहा है कि ईरान अगले कुछ घंटों में इजरायल पर और ज्यादा मिसाइल अटैक कर सकता है. इजरायल पर अंधाधुंध हमले कर रहे ईरान ने दो टूक कहा है कि ये इजरायल के लगातार किए जा रहे उसके अपराधों की सजा है. ईरान की सेना ने बयान जारी कर इस हमले को Operation True Promise का नाम दिया है.
ईरान ने 13 अप्रैल की आधीरात को इजरायल पर ताबड़तोड़ मिसाइल और ड्रोन अटैक किया. ईरान ने इजरायल पर 300 से ज्यादा अलग-अलग तरह के ड्रोन हमले किए हैं इनमें किलर ड्रोन से लेकर बैलिस्टिक मिसाइल और क्रूज मिसाइलें शामिल हैं. जेरूशलम सहित इजरायल के कई शहरों में धमाकों और सायरन की आवाज सुनी जा रही है. पूरे देश की किलाबंदी कर दी गई है. इजरायली सेना ने एयर डिफेंस सिस्टम को एक्टिवेट कर दिया है. सेना को हाई अलर्ट कर दिया गया है.