पाकिस्तान में जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के लिए अडियाला जेल के बाहर विरोध प्रदर्शन और नारेबाज़ी तेज होती जा रही है. हालात ऐसे बनते दिख रहे हैं कि आने वाले दिनों में यह आंदोलन और उग्र हो सकता है. इस बीच इमरान खान के बेटे जनवरी में पाकिस्तान आने की तैयारी कर रहे हैं और उनकी पूर्व पत्नी जेमिमा खान भी इमरान खान के समर्थन में खुलकर सामने आ गई हैं.
रावलपिंडी की अडियाला जेल के बाहर इमरान खान की तीनों बहनें और उनके समर्थक लगातार डटे हुए हैं. आरोप है कि सेना प्रमुख आसिम मुनीर और प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ के आदेश पर जेल के बाहर प्रदर्शन कर रहे समर्थकों पर केमिकल मिले पानी की बौछारें की जा रही हैं.
इसके बावजूद इमरान खान की बहनें और समर्थक पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. हर दिन इमरान खान की आज़ादी के लिए आंदोलन तेज होता जा रहा है. इमरान खान की बहनों के खिलाफ एंटी टेरर एक्ट में केस दर्ज किया गया है.
इमरान खान की बहन अलीमा खान ने साफ कहा है कि उनका मार्च जारी रहेगा. उनका कहना है कि अडियाला जेल की तरफ लगातार मार्च किया जाएगा और जहां भी रोका जाएगा, वहीं धरना दिया जाएगा.
खैबर पख्तूनख्वाह से खुली चेतावनी, “आज़ादी या मौत”
दूसरी तरफ खैबर पख्तूनख्वाह में इमरान खान की पार्टी के नेता और मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी ने भी सेना प्रमुख आसिम मुनीर को खुली चेतावनी दे दी है. सोहेल अफरीदी ने समर्थकों को इमरान खान का संदेश बताते हुए कहा कि जेल से पैगाम आ चुका है, आज़ादी या मौत.
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सोहेल अफरीदी ने कहा कि अगर इस बार वे रावलपिंडी जाएंगे तो या तो कफन में लौटेंगे या इमरान खान की आज़ादी लेकर आएंगे. पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक सोहेल अफरीदी ने दो टूक कहा है कि इस बार की तैयारी पहले से कहीं बड़ी है.
अडियाला जेल तक मार्च की तैयारी
इमरान खान की बहनों के साथ-साथ सोहेल अफरीदी भी आसिम मुनीर के खिलाफ आवाज़ बुलंद कर रहे हैं. दिसंबर की शुरुआत में सोहेल अफरीदी खैबर पख्तूनख्वाह से अडियाला जेल पहुंचे थे, लेकिन उन्हें इमरान खान से मिलने नहीं दिया गया. अब उनका कहना है कि अगली बार जब वे रावलपिंडी आएंगे, तो पूरी तैयारी के साथ आएंगे.
जेमिमा खान भी इमरान के समर्थन में उतरीं
इमरान खान की पूर्व पत्नी जेमिमा खान भी अब खुलकर उनके समर्थन में सामने आ गई हैं. जेमिमा गोल्डस्मिथ ने सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचों के जरिए इमरान खान के साथ हो रहे व्यवहार पर गंभीर चिंता जताई है. उन्होंने कहा है कि इमरान खान सिर्फ एक राजनेता नहीं हैं, बल्कि उनके बच्चों के पिता भी हैं.
जेमिमा ने कहा कि जिस तरह इमरान खान को जेल में रखा गया है और जिस तरह उन्हें उनके बेटों कासिम और सुलेमान से बात करने से रोका जा रहा है, वह मानवाधिकारों का उल्लंघन है. उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति को कैद किया जा सकता है, लेकिन उसकी सोच और हौसले को कैद नहीं किया जा सकता.
जनवरी में पाकिस्तान आने की तैयारी में बेटे
5 अगस्त को इमरान खान के बेटों कासिम और सुलेमान को पाकिस्तान आने से रोक दिया गया था. लेकिन अब एक बार फिर दोनों बेटे अपने पिता से मिलने के लिए पाकिस्तान आने की तैयारी कर रहे हैं.
लंदन में रह रहे कासिम और सुलेमान का एक इंटरव्यू सामने आया है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके पिता को डेथ सेल जैसी हालत में रखा गया है.
उन्होंने कहा कि वहां रोशनी बेहद कम है, कभी-कभी बिजली काट दी जाती है और पानी गंदा है, जो अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरा नहीं उतरता. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अदालत के आदेश के बावजूद किसी को इमरान खान से मिलने नहीं दिया जा रहा है.
“या तो कफन में लौटेंगे या आज़ादी लेकर”
यह इंटरव्यू ऐसे वक्त सामने आया है जब इमरान खान की बहनें अपने भाई को जेल से छुड़ाने के लिए शहबाज़ शरीफ और आसिम मुनीर के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ रही हैं. कासिम और सुलेमान से जब पूछा गया कि क्या उन्होंने पाकिस्तानी सरकार से मिलने की अनुमति मांगी थी, तो उन्होंने पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के उस बयान का हवाला दिया जिसमें कहा गया था कि इमरान खान के बेटों का पाकिस्तान में स्वागत है.
कासिम ने कहा कि अब वे पाकिस्तान जाने की योजना बना रहे हैं. उन्होंने बताया कि जनवरी में पाकिस्तान आने की तैयारी है और वीज़ा के लिए आवेदन किया जा चुका है.
“अब एक स्पार्क होगा” – इमरान खान की बहन का दावा
इमरान खान की बहन नौरीन नियाज़ी ने कहा है कि सबसे बड़ी मुश्किल इमरान खान खुद झेल रहे हैं. उन्होंने कहा कि इमरान खान को आइसोलेशन में रखा गया है, बिजली काट दी जाती है और यह जुल्म की इंतेहा है. उनका कहना है कि अब लोग सड़कों पर निकल रहे हैं और एक चिंगारी उठेगी, जिसके बाद हालात किस हद तक जाएंगे, इसका अंदाज़ा भी नहीं लगाया जा सकता.
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डील नहीं, भ्रष्टाचार मुक्त पाकिस्तान ही लक्ष्य
कासिम और सुलेमान से जब पूछा गया कि वे अपने पिता से मिलकर क्या कहेंगे और क्या किसी डील पर विचार करने की बात करेंगे, तो उन्होंने साफ कहा कि उनके पिता का लक्ष्य सिर्फ एक है. इमरान खान पाकिस्तान को भ्रष्टाचार से मुक्त कराना ही अपने जीवन का मकसद मानते हैं.
दोनों बेटों ने यह भी कहा कि जब सोशल मीडिया पर उनके पिता की जेल में हत्या की अफवाह फैली थी, तो वह पल बेहद डरावना और झकझोर देने वाला था.
जनवरी में बड़ा आंदोलन?
पिछली बार 5 अगस्त को इमरान खान की रिहाई के लिए पूरे पाकिस्तान में बड़े आंदोलन की योजना बनी थी, लेकिन वह आंदोलन जोर नहीं पकड़ पाया. इस बार हालात अलग हैं. जिस तरह इमरान खान के बेटे जनवरी में पाकिस्तान आने की तैयारी कर रहे हैं, उससे साफ है कि इमरान खान का पूरा परिवार और उनके समर्थक आसिम मुनीर के खिलाफ निर्णायक लड़ाई की तैयारी में हैं.
आजतक ब्यूरो