New Year 2026 Live Updates: दुनियाभर में लोग नए साल के स्वागत को लेकर उत्सुक हैं. हिंदुस्तान में रात 12 बजते ही नया साल शुरू होगा. दुनिया बांहें फैलाकर 2026 का वेलकम करेगी. लेकिन इससे पहले किरिबाती के किरीटीमाटी द्वीप और न्यूजीलैंड में नया साल का आगाज हो गया.
किरिबाती प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीपीय देश है, जो हवाई के दक्षिण और ऑस्ट्रेलिया के उत्तर-पूर्व में पड़ता है. किरिबाती के बाद न्यूजीलैंड के चैथम आइलैंड में भी नए साल का आगाज हुआ. दुनियाभर में कहां-कहां और कब-कब नए साल का आगाज होगा. इससे जुड़ी खबरों के लिए इस पेज से जुड़े रहें:-
साउथ कोरिया और नॉर्थ कोरिया में भी लोगों ने नए साल का जश्न मनाना शुरू कर दिया है. यहां रात के 12 बजते ही विशालकाय घंटी बजाकर न्यू ईयर का वेलकम किया गया. जापान और कोरियाई देश बेहद पारंपरिक तरीकों से नए साल का स्वागत करने में यकीन करते हैं.
जापान में भी नए साल का आगाज हो गया है. लोगों ने पूरे उत्साह के साथ नए साल का स्वागत किया. जापान में नए साल का स्वागत घंटियां बजाकर किया जाता है. यह नए साल का जश्न मनाने का पारंपरिक तरीका है. जापान में 31 दिसंबर की रात को ओमिसाका कहा जाता है. इस दौरान एक बेहद खूबसूरत बौद्ध परंपरा है, जिसमें मंदिरों की बड़ी-बड़ी घंटियां 108 बार बजाई जाती हैं.
उत्तराखंड के मनाली में नए साल का जश्न मनाने भारी भीड़ पहुंची है. इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों का जमावड़ा देखा जा सकता है.
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में हार्बर ब्रिज पर आतिशबाजी के साथ नए साल का जश्न मनाया गया.
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में साल का आखिरी सूर्यास्त देखने उमड़े लोग. इस पल को अपने कैमरे में कैद करती भीड़ नजर आई.
ऑस्ट्रेलिया का सिडनी हार्बर ब्रिज रोशनी से सराबोर हो चुका है. सिडनी हार्बर पर विश्व प्रसिद्ध आतिशबाजी देखने के लिए लाखों की भीड़ जुट चुकी है. लेकिन नए साल का जश्न मनाने से पहले बॉन्डी बीच पर हुए आतंकी हमले के पीड़ितों को विशेष श्रद्धांजलि दी जाएगी.
न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में जब रात के 12 बजे तो जबरदस्त आतिशबाजी के साथ लोगों ने नए साल का स्वागत किया.
असम के गुवाहाटी में 2025 के आखिरी सूर्यास्त का खूबसूरत नजारा
किरिबाती के बाद न्यूजीलैंड में भी नए साल का स्वागत किया गया. न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में जबरदस्त आतिशबाजी के बीच नए साल का वेलकम किया गया.
नए साल 2026 का आगाज दुनियाभर में टाइम जोनन के कारण अलग-अलग समय पर हो रहा है. सबसे पहले प्रशांत महासागर के दूर-दराज के द्वीपों से इसकी शुरुआत हुई. किरीबाती दुनिया की वो पहली जगह है, जहां सबसे पहले 2026 का आगाज हुआ.