फ्रांस में भड़की हिंसा में 1,311 लोग गिरफ्तार, राष्ट्रपति ने जर्मनी की यात्रा टाली

शनिवार सुबह जारी किए गए मंत्रालय के आंकड़ों में कहा गया है कि रात भर में 1,350 वाहनों और 234 इमारतों को आग लगा दी गई थी, और सार्वजनिक स्थानों पर आग लगाने की 2,560 घटनाएं हुई थीं. मंत्रालय ने यह भी कहा कि 79 पुलिस या जेंडरकर्मी घायल हुए हैं. फ्रांस द्वारा 45,000 अधिकारियों को तैनात करने के बावजूद झड़पें जारी रहीं.

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17 वर्षीय युवक की मौत के बाद फ्रांस में भड़की है हिंसा (फोटो- AFP) 17 वर्षीय युवक की मौत के बाद फ्रांस में भड़की है हिंसा (फोटो- AFP)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 01 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 7:09 PM IST

फ्रांस की सरकार ने कहा है कि पुलिस द्वारा किशोर की हत्या के बाद चौथी रात हुए दंगों में 1,311 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. न्यूज एजेंसी AP ने ये जानकारी दी है. जर्मन अधिकारियों का कहना है कि फ्रांस में अशांति के कारण फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने जर्मनी की राजकीय यात्रा स्थगित कर दी है. सरकार ने कहा कि पिछली रातों की तुलना में हिंसा कम हुई है, लेकिन आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने अभी भी रात भर में देश भर में 1,311 गिरफ्तारियों की सूचना दी है.

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गौरतलब है कि पुलिस की गोली से 17 वर्षीय बच्चे की मौत के बाद मंगलवार को शुरू हुए विरोध प्रदर्शन के बाद से गिरफ्तारी की यह किसी भी रात में सबसे अधिक संख्या है. न्यूज एजेंसी एएफपी के एक रिपोर्टर के मुताबिक, बच्चे का अंतिम संस्कार समारोह पेरिस के उपनगर नैनटेरे में शुरू हुआ, जहां वह रहता था. इसके बाद स्थानीय कब्रिस्तान में तनावपूर्ण माहौल में भारी भीड़ जमा हो गई.

शनिवार सुबह जारी किए गए मंत्रालय के आंकड़ों में कहा गया है कि रात भर में 1,350 वाहनों और 234 इमारतों को आग लगा दी गई थी और सार्वजनिक स्थानों पर आग लगाने की 2,560 घटनाएं हुई थीं. मंत्रालय ने यह भी कहा कि 79 पुलिस घायल हुए हैं. फ्रांस सरकार द्वारा 45,000 अधिकारियों को तैनात करने के बावजूद झड़पें जारी रहीं.

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प्रदर्शनकारियों ने मार्सिले, ल्योन और ग्रेनोबल शहरों में लूटपाट किए. वे गिरोह बनाकर लूटपाट को अंजाम दे रहे थे. एक पुलिस सूत्र ने एएफपी को बताया कि पेरिस और उसके उपनगरों में शनिवार तड़के से हो रही बारिश के बावजूद वहां दंगे भी भड़क गए और राजधानी और उसके आसपास 406 लोगों को गिरफ्तार किया गया.

लेकिन शनिवार को पेरिस के पश्चिम मेंटेस-ला-जोली की यात्रा के दौरान मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने कहा कि रात में बहुत कम हिंसा हुई.
 

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