हर संत का एक अतीत होता है: पोप फ्रांसिस

ईसाईयों के धर्मगुरु पोप फ्रांसिस पोप फ्रांसिस ने कहा कि ईश्वर सिर्फ वहीं नहीं देखता जो बाहर से नजर आता है बल्कि उससे आगे जाकर वह लोगों के दिलों में भी झांकता है. ईश्वर को पता है कि कोई ऐसा संत नहीं है जिसका अतीत न हो. खास बात यह है कि पिछले कुछ समय में धर्मगुरुओं पर तरह-तरह के आरोप लगते रहे हैं.

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पोप फ्रांसिस (फाइल फोटो) पोप फ्रांसिस (फाइल फोटो)

आदर्श शुक्ला / IANS

  • वेटिकन सिटी,
  • 20 जनवरी 2016,
  • अपडेटेड 6:16 PM IST

ईसाईयों के धर्मगुरु पोप फ्रांसिस पोप फ्रांसिस ने मंगलवार को कहा कि ईश्वर सिर्फ वहीं नहीं देखता जो बाहर से नजर आता है बल्कि उससे आगे जाकर वह लोगों के दिलों में भी झांकता है. ईश्वर को पता है कि कोई ऐसा संत नहीं है जिसका अतीत न हो. खास बात यह है कि पिछले कुछ समय में धर्मगुरुओं पर तरह-तरह के आरोप लगते रहे हैं.

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अपनी रिहाइश वेटिकन के सांता मार्टा होटल में पोप फ्रांसिस ने प्रवचन में कहा, 'ईश्वर दिलों को देखता है. हम आम तौर से जो नजर आता है, उसके दास बन जाते हैं और खुद भी वैसा दिखना चाहते हैं लेकिन ईश्वर सच्चाई जानता है.' पोप ने कहा कि बाइबिल में दर्ज राजा डेविड ने दिखाया है कि संतों तक के जीवन में लालच और पाप होता है . पोप ने कहा, 'डेविड ने बड़े गुनाह किए लेकिन पश्चाताप किया. उन्होंने एक लंबा जीवन जिया, उसमें पाप किए. लेकिन, इसके बाद वह संत बन गए.'

उन्होंने कहा, 'इस इंसान की जिंदगी मुझे हिला देती है. यह हमें हमारे जीवन के बारे में सोचने पर बाध्य करती है. यह मुझे सोचने पर बाध्य करती है कि ईसाई यात्रा में, वह यात्रा जो प्रभु चाहता है कि हम करें, कोई भी ऐसा संत नहीं है जिसका अतीत न हो और कोई ऐसा पापी नहीं है जिसका कोई भविष्य नहीं होगा.'

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