इंटरनेशनल कोर्ट के फैसले के बावजूद साउथ चाइना सी में अपनी सैन्य ताकत बढ़ा रहा है चीन

दक्ष‍िण सागर चीन को लेकर हाल में भले ही द हेग स्थित इंटरनेशनल कोर्ट ने चीन के ख‍िलाफ फैसला किया था, लेकिन चीन को इस फैसले की परवाह नहीं है. हाल में आईं सेटेलाइट तस्वीरों से साफ हो गया है कि वि‍वादित साउथ चाइना सी में चीन अपने कब्जे वाले द्वीपों पर एयरक्राफ्ट बढ़ाकर अपनी पकड़ और मजबूत कर रहा है.

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इस तस्वीर से खुली चीन की पोल! (फोटो साभार: न्यूयॉर्क टाइम्स) इस तस्वीर से खुली चीन की पोल! (फोटो साभार: न्यूयॉर्क टाइम्स)

रोहित गुप्ता

  • नई दिल्ली,
  • 09 अगस्त 2016,
  • अपडेटेड 12:29 PM IST

दक्ष‍िण सागर चीन को लेकर हाल में भले ही द हेग स्थित इंटरनेशनल कोर्ट ने चीन के ख‍िलाफ फैसला किया था, लेकिन चीन को इस फैसले की परवाह नहीं है. हाल में आईं सेटेलाइट तस्वीरों से साफ हो गया है कि वि‍वादित साउथ चाइना सी में चीन अपने कब्जे वाले द्वीपों पर एयरक्राफ्ट बढ़ाकर अपनी पकड़ और मजबूत कर रहा है.

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न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के मुताबिक, चीन ने फाइअरी क्रॉस, सुबी और मिसचीफ रीफ्स पर एयरक्राफ्ट हाउसिंग का कंस्ट्रक्शन किया है. सबसे ताजा तस्वीरें से ये पता चला है. वॉशिंगटन के सेंटर फोर स्ट्रेटिज‍िक एंड इंटरनेशनल स्टडीज (सीएसआईएस) थिंक टैंक ने इन तस्वीरों का विश्लेषण किया है.

जुलाई के आखिर में यहां की जो तस्वीरें ली गई थीं, उनमें कोई मिलि‍ट्री एयरक्राफ्ट नहीं था. लेकिन बताया जा रहा है कि एयरक्राफ्ट हाउसिंग को चीनी वायुसेना के लिए बिल्कुल तैयार रखा गया है.

चीन के सबसे बड़े फाइटर जेट के लिए भी पर्याप्त जगह
चीन ये सफाई दे सकता है कि एयरक्राफ्ट हाउसिंग स्ट्रक्चर स‍िविलि‍यन एयरकाफ्रट के लिए है. लेकिन सीएसआईएस के मुताबिक जो सबसे छोटा हैंगअर (विमानशाला) है, वो 60 से 70 फुट चौड़ा है. ये चीन के सबसे बड़े फाइटर जेट के लिए भी पर्याप्त है. इसी से साउथ चाइना सी को लेकर चीन के इरादे समझे जा सकते हैं.

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ये तस्वीरें तब सामने आई है, जब द हेग स्थित इंटरनेशनल कोर्ट ने इस मामले में चीन के खिलाफ फैसला दिया था. ये बात अलग है कि चीन इंटरनेशल कोर्ट का फैसला खारिज कर चुका है.

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