मध्य अमेरिका में डेंगू के 127,000 मामले, 124 लोगों की हुई मौत

मध्य अमेरिका में डेंगू के 1लाख 27 हजार मामले सामने आए हैं, जिसमें अभी तक 124 लोगों की मौत हो चुकी है. इसको लेकर मध्य अमेरिका में चलाए जा रहे अभियानों में संयुक्त राष्ट्र और मानवीय संगठन चिकित्सा आपूर्ति और उपकरणों में सरकार की मदद कर रहे हैं.

Advertisement
प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 15 अगस्त 2019,
  • अपडेटेड 7:23 PM IST

मध्य अमेरिका में डेंगू के 1 लाख 27 हजार मामले सामने आए हैं, जिसमें अभी तक 124 लोगों की मौत हो चुकी है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) ने बुधवार को कहा कि मध्य अमेरिका को लेकर अधिकारियों ने जानकारी दी है कि आठ अगस्त तक मच्छर से होने वाली बीमारी से लगभग 1 लाख 27 हजार मामलों में कम से कम 124 लोगों की मौत हुई है.

Advertisement
ओसीएचए ने कहा, 'इससे सबसे अधिक बच्चे और किशोर प्रभावित होते हैं.' मध्य अमेरिका में चलाए जा रहे अभियानों में संयुक्त राष्ट्र और मानवीय संगठन चिकित्सा आपूर्ति और उपकरणों में सरकार की मदद कर रहे हैं. इसमें कम्युनिटी वेक्टर कंट्रोल व निगरानी, डोर-टू-डोर जागरूकता अभियान और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए प्रत्यक्ष तकनीकी सहायता करना आदि शामिल है.

बता दें भारत में भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं. लगातार उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भी डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा है. डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. जानकारी के मुताबिक अब तक देहरादून में डेंगू के मरीजों की संख्या 181 पर पहुंच चुकी है.

इनमें ज्यादातर 173 मरीज देहरादून के रहने वाले हैं तो वहीं 8 मरीज राज्य के दूसरे इलाकों से इलाज के लिए देहरादून आए हैं. मानसून आते ही डेंगू के मामले बढ़ जाते हैं और अब मरीजों का आंकड़ा 181 पर पहुंच गया है. इससे लगातार स्वास्थ्य विभाग के तमाम दावों की पोल खोलकर रख दी है.

Advertisement

वहीं दिल्ली में भी मॉनसून के दस्तक देते ही मच्छर से होने वाली बीमारियों से बचने के लिए एमसीडी ने भी कमर कस ली है. दिल्ली की नॉर्थ एमसीडी डेंगू और मच्छरों के लार्वा को खाने वाली गम्बूजिया मछली लेकर आई है. इन 10,000 मछलियों को दिल्ली के अलग अलग जलाशयों में छोड़ा गया.यही नही नॉर्थ एमसीडी ने इसके लिए करीब 100 से ज्यादा ऐसी जगहों की लिस्ट बनाई है जहां पर इन मछलियों की ब्रीडिंग की जाएगी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement