दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में 22 से 24 अगस्त को 15वां ब्रिक्स सम्मेलन होने जा रहा है. ऐसे में इस सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की द्विपक्षीय बैठकों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. उम्मीद जताई जा रही है कि इस दौरान पीएम मोदी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात कर सकते हैं.
लेकिन विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से पीएम मोदी की बैठक की संभावनाओं पर कोई सीधा जवाब नहीं दिया. यह पूछे जाने पर कि क्या मोदी और शी जिनपिंग की ब्रिक्स से इतर वार्ता होगी? इस पर विदेश सचिव क्वात्रा ने कहा कि अभी प्रधानमंत्री की द्विपक्षीय बैठकों के शेड्यूल को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
अगर दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक होती है तो यह मई 2020 के बाद लद्दाख पर दोनों देशों के बीच गतिरोध के बाद राष्ट्रप्रमुखों के बीच पहली वार्ता होगी.
साल 2020 में हुई थी मोदी और जिनपिंग की मुलाकात
मोदी और शी जिनपिंग पिछले साल नवंबर में बाली में जी-20 सम्मेलन में मिले थे. चीन पहले ही ऐलान कर चुका था कि शी जिनपिंग इस सम्मेलन में शिरकत करने के लिए दक्षिण अफ्रीका जाएंगे.
इस बीच भारतीय सेना और चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के स्थानीय कमांडरों के बीच पूर्वी लद्दाख के देपसांग और डेमचोक में बातचीत जारी है. दोनों देशों के बीच तीन साल पहले हुए सैन्य गतिरोध की वजह से द्विपक्षीय संबंध बेहद कठिन दौर से गुजर रहे हैं.
बीते 13 और 14 अगस्त को भारत और चीन के बीच 19वें दौर की कॉर्प्स कमांडर स्तर की वार्ता हुई थी, जिसका उद्देश्य देपसांग और डेमचोक में जारी गतिरोध को सुलझाना था. दोनों ओर से जारी किए गए संयुक्त बयान में कहा गया कि यह वार्ता सकारात्मक और निर्णायक रही.
बता दें कि पीएम मोदी मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के तीन दिवसीय दौरे पर रवाना होने जा रहे हैं. कोरोना महामारी के बाद से यह ब्रिक्स देशों के प्रमुखों की पहली मुलाकात होगी. मालूम हो कि नई दिल्ली से दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग के बीच की दूरी लगभग 8,054 किलोमीटर है.
क्या है ब्रिक्स?
- ब्रिक्स दुनिया की पांच सबसे तेज अर्थव्यवस्थाओं का ग्रुप है. ब्रिक्स का हर एक अक्षर एक देश का प्रतिनिधित्व करता है. ब्रिक्स में B से ब्राजील, R से रूस, I से इंडिया, C से चीन और S से साउथ अफ्रीका.
- ब्रिक्स का हेडक्वार्टर चीन के शंघाई में है. इसकी समिट हर साल होती है. इस समिट में सभी पांचों देशों के राष्ट्रप्रमुख शामिल होते हैं.
- ब्रिक्स में जो पांच देश शामिल हैं, वो सभी दुनिया की सबसे तेजी से उभरती हुईं अर्थव्यवस्थाएं हैं. इनकी दुनिया की जीडीपी में 31.5% की हिस्सेदारी है.
- ब्रिक्स के सभी पांच देशों में दुनिया की 41 फीसदी से ज्यादा आबादी रहती है. वैश्विक कारोबार में भी इनका 16 फीसदी हिस्सा है.
- ये सभी देश G-20 का भी हिस्सा हैं. जानकारों का मानना है कि 2050 तक ये देश ग्लोबल इकोनॉमी में हावी हो जाएंगे.
- इसकी मेजबानी हर साल एक-एक कर मिलती है. अभी साउथ अफ्रीका के पास इसकी मेजबानी कर रहा है. अगले साल कोई दूसरा देश होगा.
aajtak.in