ब्राज़ील के बेलम में COP30 क्लाइमेट समिट के एक पवेलियन के अंदर आग लग गई, जिससे डेलीगेट्स को सुरक्षित जगह पर भागना पड़ा. इस घटना से UN कॉन्फ्रेंस के सबसे व्यस्त इलाकों में से एक में अफरा-तफरी मच गई, क्योंकि करीब 200 देशों के मंत्री फॉसिल फ्यूल और क्लाइमेट पर बातचीत कर रहे थे.
रॉयटर्स के मुताबिक, आग समिट के एंट्रेंस के पास 'ब्लू ज़ोन' में मौजूद एक कंट्री पवेलियन में लगी. फुटेज में कॉन्फ्रेंस सेंटर के अंदर आग की लपटें और घना धुआं उठता हुआ दिखा, जो बड़े टेम्पररी स्ट्रक्चर में बना है.
सायरन बजने पर तुरंत जगह खाली करवाई गई. डेलीगेट्स और ऑब्ज़र्वर अपना सामान उठाकर बाहर भागते दिखे, जबकि पुलिस ने भीड़ को प्रभावित इलाके से दूर रखने के लिए घेराबंदी कर दी थी.
UN स्टाफ और सिक्योरिटी टीमों ने फायरफाइटर्स के आने से पहले हाथ में पकड़े जाने वाले इक्विपमेंट से आग बुझाने की कोशिश की. ब्राजील के COP30 ऑर्गनाइजर्स ने एक बयान में कहा, "फायरफाइटर्स और सिक्योरिटी टीमों ने तुरंत जवाब दिया और साइट पर नज़र रख रहे हैं."
किसी के घायल होने की खबर नहीं...
ब्राजील के टूरिज्म मिनिस्टर सेल्सो सबिनो ने कहा कि आग पर काबू पा लिया गया है और कन्फर्म किया कि किसी के घायल होने की खबर नहीं है. आग लगने की वजह के बारे में अभी ज्यादा कुछ पता नहीं चल सका है. अधिकारियों से दोबारा एंट्री की इजाज़त देने से पहले और जांच करने की उम्मीद है.
सबिनो ने कहा, "आग पर काबू पा लिया गया और शुक्र है कि किसी को चोट नहीं आई. यह तय करना अभी जल्दबाजी होगी कि बातचीत कब फिर से शुरू होगी."
ब्राज़ीलियन डेलीगेशन को हेड करने वाले मौरिसियो लिरियो ने कहा कि जब स्टाफ़ ने सभी को जाने का ऑर्डर दिया, तब वह एक तीसरे देश के साथ एक एग्रीमेंट साइन कर रहे थे. उन्होंने कहा, "हमें नहीं लगता कि हम आज साइट पर वापस जा पाएंगे."
आग ऐसे वक्त में लगी, जब मंत्री फॉसिल फ्यूल के भविष्य, डेवलपिंग देशों के लिए फाइनेंसिंग और क्लाइमेट पॉलिसी से जुड़े ग्लोबल ट्रेड उपायों जैसे ज़रूरी मुद्दों पर रुकावट को खत्म करने की कोशिश कर रहे थे.
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इससे पहले दिन में, UN सेक्रेटरी-जनरल एंटोनियो गुटेरेस ने बातचीत करने वालों से एक 'बड़ा समझौता' करने की अपील की. उन्होंने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा, "दुनिया बेल्म पर नज़र रख रही है क्योंकि देश बातचीत के बदले हुए टेक्स्ट का इंतज़ार कर रहे थे."
COP30 को पहले ही बढ़ते तनाव का सामना करना पड़ रहा है, एक्टिविस्ट एमिशन पर सख्त कार्रवाई और अमेज़न रेनफॉरेस्ट की सुरक्षा की मांग को लेकर कई विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. कुछ प्रदर्शनों ने समिट के दो हफ़्ते चलने के दौरान सेशन में थोड़ी देर के लिए रुकावट डाली है.
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