‘मिशन शक्ति’ पर चीन-पाक को लगी मिर्ची तो भारत के साथ खड़ा हुआ US

भारत के मिशन शक्ति की कामयाबी पर अमेरिकी की ओर से सकारात्मक प्रतिक्रिया आई है. अमेरिका ने कहा है कि हम उम्मीद करते हैं दोनों देश अंतरिक्ष की दुनिया भी साथ आगे बढ़ेंगे.

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भारत को मिला अमेरिका का साथ भारत को मिला अमेरिका का साथ

गीता मोहन

  • नई दिल्ली,
  • 28 मार्च 2019,
  • अपडेटेड 11:08 AM IST

अंतरिक्ष की दुनिया में भारत की सबसे बड़ी कामयाबी से दुनिया हैरान है. ‘मिशन शक्ति’ की सफलता से चीन और पाकिस्तान जैसे देश परेशान हैं तो वहीं अमेरिका ने इस मसले पर भारत के सहयोग का ऐलान किया है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि वह अंतरिक्ष और विज्ञान के क्षेत्र में भारत के साथ के लिए तैयार हैं.

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अमेरिका ने कहा है कि स्पेस में सुरक्षा को लेकर दोनों देश साथ में आगे बढ़ेंगे. हालांकि, अमेरिका ने इस बयान में ये भी कहा है कि अंतरिक्ष का मलबा हमारी सरकार के लिए एक चिंता का विषय है, हम इस मसले पर भारत सरकार से बात भी करेंगे. उन्होंने ये भी कहा कि भारत सरकार की ओर से अंतरिक्ष के मलबे को लेकर जो बयान दिया गया है हम उसपर भी नज़र बनाए हुए है.

बता दें कि ‘मिशन शक्ति’ के तहत भारत ने अंतरिक्ष में एक सैटेलाइट को मार गिराने का सफल परीक्षण किया था, इसका ऐलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित कर किया था. ऐसी उपलब्धि हासिल करने वाला भारत दुनिया का चौथा ही देश है, यही कारण है कि कई देशों की चिंताएं सामने आ रही हैं.

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बुधवार को भारत की सफलता के बाद सबसे पहले पाकिस्तान की प्रतिक्रिया आई. पाकिस्तान ने कहा है कि पाकिस्तान आउटर स्पेस में हथियारों की दौड़ रोकने का पक्षधर रहा है. अंतरिक्ष सभी की साझा विरासत है और हर एक देश की जिम्मेदारी है कि ऐसे कदमों से बचे जिससे वहां सैन्यकरण हो. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी सुरक्षा को लेकर बड़ी बैठक बुलाई थी.

वहीं चीन की ओर से इसको लेकर सधे हुए शब्दों में ही प्रतिक्रिया दी गई. चीनी विदेश मंत्रालय ने हमने रिपोर्ट्स को देखा है और उम्मीद करते हैं कि हर एक देश आउटर स्पेस में शांति बनाए रखेंगे.

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