यूनाइटेड किंगडम और फ्रांस के कुछ हिस्सों में अंतरिक्ष से चमकता हुआ एक उल्कापिंड गुजरा. दिन में आसमान से निकले इस उल्कापिंड की वजह से इतनी तेज आवाज हुई कि लोगों को लगा दर्जनों फाइटर जेट एकसाथ तेजी से उड़े हों. इस उल्कापिंड की वजह से साउथवेस्ट इंग्लैंड, वेल्स और उत्तरी फ्रांस के इलाकों में तेज आवाज (Sonic Boom) सुनाई दी. दिन के समय उल्कापिंड का दिखना बेहद दुर्लभ होता है. क्योंकि ये रोशनी में दिखता नहीं. लेकिन इंग्लैंड और फ्रांस के लोगों ने इस उल्कापिंड को देखा, क्योंकि ये आग उगल रहा था. (फोटोःगेटी)
ये बात है पिछले शनिवार की दोपहर 2.50 बजे की. अचानक साउथवेस्ट इंग्लैंड, वेल्स और उत्तरी फ्रांस के इलाकों में तेज धमाका और थोड़ी देर तीव्र आवाज सुनाई दी. लोग बाहर निकले तो उन्होंने देखा कि आसमान में एक आग उगलता हुआ उल्कापिंड जा रहा है. पहले तो लोगों को लगा कि ये फाइटर जेट की नीची उड़ान का नतीजा है. लेकिन बाद में रक्षा मंत्रालय ने घोषणा की कि उनका कोई फाइटर जेट नहीं उड़ा था. (फोटोःगेटी)
इसके बाद ही लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इस घटना की तस्वीरें, ऑडियो और वीडियो डालने लगे. जिसमें दिन की रोशनी में भी आग उगलते हुए उल्कापिंड की तस्वीर आ गई. इसके कुछ देर बाद सैटेलाइट तस्वीरें भी आईं. जिसमें दिखाया गया कि एक फायरबॉल उल्कापिंड इस इलाके के आसमान से गुजरा है. जिसकी वजह से सोनिक बूम सुनाई दिया था. (फोटोःगेटी)
यूके मेटियोर ऑब्जरवेशन नेटवर्क के सद्स्य रिचर्ड कैसरेक ने कहा कि इस फायरबॉल उल्कापिंड को बोलाइड (Bolide) कहते हैं. ये आकार में काफी बड़ा और चमकदार था. इसका आकार इतना बड़ा और रोशनी इतनी चमकदार थी कि ये दिन में भी खुली आंखों से दिखाई दिया. इसके पहले 28 फरवरी की रात में भी यूनाइटेड किंगडम यानी UK के ऊपर ऐसा ही फायरबॉल उल्कापिंड देखा गया था. (फोटोःगेटी)
अमेरिका मेटियोर सोसाइटी की मानें तो फायरबॉल उल्कापिंड (Fireball Meteor) उसे कहते हैं जो इतना चमकदार हो कि दिन में दिखाई दे और रात में शुक्र ग्रह की तरह चमकता हुआ दिखे. फायरबॉल अपने आकार और गति की वजह से पहचान में आता है. ज्यादातर फायरबॉल उल्कापिंड अपने एस्टेरॉयड से टूटकर धरती की ओर आते हैं. आमतौर पर उल्कापिंड 3.3 फीट व्यास के होते हैं. (फोटोःगेटी)
ये उल्कापिंड धरती के वायुमंडल में आते ही घर्षण की वजह से गर्म हो जाता है. दिन की रोशनी में दिखाई देता है. अगर गति ज्यादा हो तो सोनिक बूम भी सुनाई दे सकता है. जो ज्यादा बड़े उल्कापिंड होते हैं उनको बोलाइड (Bolide) कहते हैं. जब ये वायुमंडल में प्रवेश करते हैं तो धरती की गुरुत्वाकर्षण शक्ति से इनकी गति और ज्यादा हो जाती है. (फोटोःगेटी)
सोनिक बूम सुनाई पड़ने की एक वजह ये भी मानी जाती है कि उल्कापिंड काफी बड़ा था आकार में. वैज्ञानिक इसे अच्छा मानते हैं क्योंकि उन्हें उल्कापिंड के टुकड़े मिलते हैंअध्ययन के लिए. 28 फरवरी को गिरे उल्कापिंड के कुछ टुकड़े साइंटिस्ट्स को यूके के ग्लाउसेस्टरशायर की एक सड़क से मिले थे. (फोटोःगेटी)
शनिवार को सोनिक बूम पैदा करते हुए जो उल्कापिंड फ्रांस और यूके में दिखाई दिया. उसे लेकर वैज्ञानिकों का अनुमान है कि यह ब्रिस्टल चैनल में जाकर गिरा होगा. अगर कहीं बाहर गिरता तो किसी न किसी को तो मिलता ही. लेकिन ये किसी को नहीं मिला. (फोटोःगेटी)