अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान राज (Taliban Rule) आते ही लोग देश छोड़कर भाग रहे हैं. किसी को अफगानिस्तान से निकलने में सफलता मिल रही है तो किसी को निराशा हाथ लग रही है. हालांकि, कुछ ऐसे भी हैं जो अपनी जोखिम भरी चतुराई से काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) पहुंचे और फिर वहां से अपने देश रवाना हो गए. (फोटो- गेटी)
ऐसी ही एक घटना काबुल में फंसे एक पूर्व ब्रिटिश सैनिक के साथ हुई. इस शख्स ने अपने देश ब्रिटेन पहुंचने के लिए बेहद चतुराई से अपना गेटअप (हुलिया) बदला और खतरों से खेलते हुए काबुल एयरपोर्ट पहुंच गया. (फ़ाइल फोटो- गेटी)
काबुल एयरपोर्ट पहुंचने के लिए इस पूर्व ब्रिटिश सैनिक लॉयड कॉमर (60) ने काफी जद्दोजहद की. सबसे पहले उसने अफगानी पोशाक (सलवार-कमीज) पहनी, सिर पर स्कार्फ बांधा फिर एक लोकल गाड़ी से एयरपोर्ट के लिए निकल पड़ा. इसके लिए लोकल लोगों ने उसकी मदद की. (सभी फोटो- veterans foundation fb)
गौरतलब है कि ये पूरा घटनाक्रम उस वक्त हुआ जब तालिबान काबुल के बिल्कुल करीब आ चुका था. लॉयड कॉमर जो कि अफगानिस्तान में काम कर रहे थे, उनको अपनी सेफ़्टी की चिंता होने लगी. उन्होंने और उनके साथियों ने अफ़गान सेना और पुलिस से संपर्क किया तो उन्होंने यूके उच्चायोग से संपर्क करवाया. (फोटो- लॉयड कॉमर)
इस पर उच्चायोग ने उन्हें काबुल में रहने की सलाह दी. लेकिन लॉयड कॉमर और उनके साथी काफी डरे हुए थे. ये डर तब और बढ़ गया जब उन्हें पता चला कि तालिबानी अपने दुश्मनों को घरों से निकालकर मार रहे हैं.
ऐसे हालातों में लॉयड ने काबुल शहर से निकलने की ठानी. उन्होंने इसके लिए अपना हुलिया बदला. लोकल लोगों से एक गाड़ी की व्यवस्था की और मुंह ढककर काबुल एयरपोर्ट के लिए निकल पड़े. रास्ते में उन्हें कई तालिबानी चेकपोस्ट का सामना करना पड़ा. लेकिन अपनी सूझबूझ और किस्मत से लॉयड बिना फंसे घंटे भर की ड्राइव कर एयरपोर्ट पहुंच गए.
लॉयड कहते हैं सेना में रहने के कारण मुझे ऐसे हालातों से निपटने में सहायता मिली. मैंने खुद को शांत और लोकल आदमी जैसा दिखने के लिए मेंटली तैयार किया था. लॉयड ने कहा मुझे दुख है कि मैं दूसरे अफगानियों की मदद नहीं कर सका.
पूर्व ब्रिटिश सैनिक लॉयड C-17 प्लेन से डायरेक्ट अपने देश नहीं जा सके. सबसे पहले वो UAE पहुंचे, फिर वहां से Spain गए. इसके बाद वो UK अपने देश पहुंच पाए. जहां वो अपनी पत्नी बच्चों से मिलकर भावुक हो गए.