कोडीन कफ सिरप तस्करी मामले में सीआईटी ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है जिसमें कई चिंताजनक और गंभीर खुलासे हुए हैं. रिपोर्ट के अनुसार सिंडिकेट के सरगना विभोर राणा को वर्ष 2016 में कफ सिप निर्माण का लाइसेंस मिला था.