उत्तर प्रदेश के कासगंज में 23 अक्टूबर को पार्किंग को लेकर हुए मामूली विवाद ने हिंसक रूप ले लिया, जिसमें दो समुदाय आमने-सामने आ गए और जमकर गोलीबारी हुई. इस घटना पर विरोधाभासी बयानों ने मामले को और उलझा दिया है, जिसमें पुलिस अधिकारी आंचल चौहान का बयान भी शामिल है. सीओ ने कहा, 'किसी को भी कोई गंभीर चोट नहीं है, गोली भी किसी को नहीं लगी है'. यह बयान रिपोर्ट के उन हिस्सों का खंडन करता है जिनमें कहा गया है कि गोलीबारी में छह लोग घायल हुए और एक की हालत गंभीर है, जिसे अलीगढ़ रेफर किया गया.