लखनऊ एयरपोर्ट पर फ्लाइट का इंतजार कर रहे एक शख्स की अचानक तबियत बिगड़ी और फिर कुछ ही देर में उनकी मौत हो गई. वह रिश्तेदार की तेरहवीं में शामिल होकर बेंगलुरु वापस जा रहे थे. परिवार ने आरोप लगाया है कि लगातार फ्लाइट कैंसिलेशन की खबरों से वह तनाव में थे और एयरपोर्ट पर समय पर इलाज न मिलने से उनकी जान चली गई. हालांकि, एयरपोर्ट प्रशासन का कहना है कि उन्होंने यात्री को तत्काल इलाज दिया गया था.
आपको बता दें कि कानपुर के रहने वाले अनूप पांडे एक निजी बेवरेजेस कंपनी में फाइनेंस एग्जीक्यूटिव थे. लखनऊ एयरपोर्ट पर उनकी अचानक तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई. उनके भाई अनिल पांडे के अनुसार, तबीयत बिगड़ने पर उन्हें पास के लोक बंधु अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
बताया जा रहा है कि अनूप पांडे को 5 दिसंबर को रात 10:30 बजे की एयर इंडिया की फ्लाइट से यात्रा करनी थी और वह समय पर लखनऊ एयरपोर्ट पहुंच गए थे. हालांकि, उस दिन फ्लाइट समय पर थी, बावजूद इसके अनूप लगातार फ्लाइट छूट जाने और घर वापस जाने को लेकर चिंतित थे. उनके भाई ने बताया कि देश भर में लगातार फ्लाइट कैंसिलेशन की खबरों के चलते वह तनाव में थे, जिसके कारण एयरपोर्ट पर उनकी तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई.
अनूप पांडे कानपुर में एक रिश्तेदार की तेरहवीं में शामिल होने के लिए पांच दिन पहले आए थे. शुक्रवार शाम को उनकी दिल्ली होते हुए बेंगलुरु की कनेक्टिंग फ्लाइट थी. वह बेंगलुरु में अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रहते थे. परिवार बेंगलुरु में अकेला था और अनूप की छुट्टियां भी खत्म हो चुकी थीं, जिसके कारण वह घर लौटने को लेकर काफी चिंतित थे.
अनूप पांडे के भाई अनिल पांडे ने बताया कि देश भर में फ्लाइट कैंसिलेशन से मची अफरातफरी के बीच अनूप लगातार घबराए हुए थे कि वह कैसे वापस जाएंगे. फ्लाइट पकड़ने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे अनूप पांडे की अचानक तबीयत खराब हुई. परिवार का आरोप है कि यदि एयरपोर्ट पर ही उन्हें समय से प्राथमिक उपचार मिल जाता, तो शायद उनकी जान बच सकती थी. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है.
फिलहाल, मामले में एयरपोर्ट प्रशासन का बयान सामने आया है. इसमें कहा गया है कि बीते दिन एक यात्री की फ्लाइट के इंतजार में मौत हो गई थी. यात्री की तबीयत बिगड़ी तो एयरपोर्ट प्रशासन ने तत्परता दिखाई और उसे तुरंत फौरी प्राथमिक उपचार दिया गया. तबीयत सीरियस होने पर अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत की पुष्टि हुई है.
संतोष शर्मा