अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा संगठन ने मंगलवार को लखनऊ में सपा सांसद रामजी लाल सुमन के खिलाफ प्रदर्शन किया. भारी संख्या में कार्यकर्ता राजधानी के 1090 चौराहे पर पहुंचे. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब तक राम जी सुमन माफी नहीं मांगते, तब तक क्षत्रिय समाज का प्रदर्शन जारी रहेगा.
संगठन ने सीएम आवास के सामने राणा सांगा की मूर्ति स्थापित करने की मांग की है और सिलसिले में यूपी सरकार के मंत्री जयवीर सिंह और दयाशंकर सिंह से मुलाकात भी की.
डीसीपी सेंट्रल आशीष श्रीवास्तव ने बताया, प्रदर्शन के दौरान कई थानों की फोर्स यहां बुलाई गई है. इसके अलावा, अगर प्रदर्शन लंबा चलता है तो प्रदर्शनकारियों को एक गार्डन में शिफ्ट किया जाएगा.
उधर, सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि अगर उनकी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन के साथ कुछ भी होता है तो इसके लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिम्मेदार होंगे.
उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एक 'छिपी हुई भूमिगत ताकत' को बढ़ावा दे रहे हैं जो लोगों को अपमानित कर रही है और विपक्ष की आवाज को दबा रही है. यादव की यह टिप्पणी करणी सेना के सदस्यों द्वारा आगरा में सुमन के आवास पर किए गए हमले के मद्देनजर आई है.
यह संगठन संसद में सुमन द्वारा हाल में दिए गए एक बयान का विरोध कर रहा था, जिसमें उन्होंने राजपूत राजा राणा सांगा को 'देशद्रोही' कहा था. यादव ने कहा, अगर उनके (सुमन) या किसी और के साथ कोई घटना होती है या उन्हें अपमानित भी किया जाता है, तो इसके लिए एकमात्र जिम्मेदार व्यक्ति मुख्यमंत्री होंगे. वह इन समूहों को उसी तरह प्रोत्साहित कर रहे हैं जैसे हिटलर अपने सैनिकों का प्रोत्साहन करते थे.
समर्थ श्रीवास्तव