खुले में नहाते हैं, बाथरूम में कैमरे और बिजली गायब... गोरखपुर में ट्रेनिंग ले रहीं महिला सिपाहियों ने रोते हुए क्या-क्या बताया?

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित पीएसी कैंप में ट्रेनिंग ले रही करीब 600 महिला कांस्टेबल रिक्रूट्स ने व्यापक विरोध प्रदर्शन किया है. उनका आरोप है कि ट्रेनिंग सेंटर में उन्हें मूलभूत सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं कराई जा रहीं.

Advertisement
गोरखपुर में ट्रेनिंग ले रहीं महिला सिपाहियों ने रोत हुए कई समस्याएं बताई- (Photo: Screengrab) गोरखपुर में ट्रेनिंग ले रहीं महिला सिपाहियों ने रोत हुए कई समस्याएं बताई- (Photo: Screengrab)

aajtak.in

  • गोरखपुर,
  • 23 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 10:40 PM IST

26वीं बटालियन पीएसी (प्रांतीय सशस्त्र बल) परिसर में बुधवार को महिला कांस्टेबल प्रशिक्षुओं ने बुनियादी सुविधाओं की कमी को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. करीब 598 महिला ट्रेनी, जो 2023 बैच की हैं और उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से प्रशिक्षण के लिए पहुंची हैं, उन्होंने खराब सुविधाओं और अव्यवस्थाओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.

क्यों हुआ प्रदर्शन?
प्रशिक्षुओं का आरोप है कि उन्हें न तो साफ पानी मिल रहा है, न नियमित बिजली और न ही शौचालय सही स्थिति में हैं. कई छात्राओं ने शिकायत की कि उन्हें खुले में नहाने को मजबूर होना पड़ा, क्योंकि नहाने के लिए पर्याप्त और सुरक्षित स्थान उपलब्ध नहीं हैं. सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हुआ जिसमें कुछ महिला प्रशिक्षु ये बातें कहती नजर आईं.

Advertisement

शुरुआत में प्रशिक्षुओं ने अपनी समस्याओं को उजागर करने के लिए कैंपस के बाहर सड़क को जाम कर दिया. हालांकि अधिकारियों ने उन्हें समझाकर अंदर भेज दिया, लेकिन वे फिर प्रशासनिक भवन के बाहर धरने पर बैठ गईं और साफ शब्दों में कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, वे नहीं हटेंगी.

गोपनीयता को लेकर भी उठे सवाल
कुछ महिला प्रशिक्षुओं ने यह भी आरोप लगाया कि बाथरूम के पास लगे सीसीटीवी कैमरे उनकी निजता का हनन कर रहे हैं. हालांकि, इस पर पीएसी के कमांडेंट आनंद कुमार और जोन के आईजी प्रीतिंदर सिंह ने जांच कराई और बताया कि यह दावा पूरी तरह से बेबुनियाद है. बाथरूम के अंदर या पास कोई कैमरा नहीं लगाया गया है.

कार्रवाई और आश्वासन
कमांडेंट आनंद कुमार ने कहा कि शौचालय और अन्य सुविधाओं का निर्माण कार्य जारी है. बिजली और पानी की समस्या तकनीकी कारणों से हुई थी, जिसे अब दुरुस्त कर दिया गया है. वहीं, एक फिजिकल ट्रेनर द्वारा कथित आपत्तिजनक भाषा के इस्तेमाल की शिकायत पर उसे निलंबित कर दिया गया है.

Advertisement

आईजी प्रीतिंदर सिंह ने यह भी कहा कि अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और सोशल मीडिया पर झूठी जानकारी फैलाने वालों की पहचान कर उन पर भी कदम उठाया जाएगा.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement