हमीरपुर जिले में सड़क किनारे नग्न अवस्था में मिली महिला की हत्या के मामले में पुलिस ने जिस नाम का खुलासा किया, उसने पूरे महकमे को चौंका दिया. जांच में सामने आया कि यह हत्या किसी बाहरी अपराधी ने नहीं, बल्कि मृतका का प्रेमी और महोबा जिले में तैनात उपनिरीक्षक अंकित यादव ने ही की थी. पुलिस ने आरोपी दरोगा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और उसके पास से कार सहित हत्या का हथियार भी बरामद कर लिया गया है.
एक संदिग्ध मौत और कई सवाल
मौदहा थाना क्षेत्र के रमना गांव के पास सुबह ग्रामीणों ने खेत में एक महिला का नग्न शव देखा. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और फॉरेंसिक टीम को बुलाया. शव पर चोटों के निशान साफ दिख रहे थे, लेकिन पहचान को लेकर कोई सुराग नहीं था. पहचान की प्रक्रिया शुरू हुई और जल्दी ही शव महोबा जिले की 30 वर्षीय किरण देवी का निकला. परिवार को सूचना दी गई और भाई विजय कुमार हमीरपुर पहुंचे. उन्होंने तुरंत दो नामों का जिक्र किया. किरण का पति और पुलिस का एक दरोगा.
टूटता रिश्ता और एक नया जुड़ाव
किरण की शादी CRPF जवान विनोद सिंह से हुई थी. कुछ वर्षों से दोनों के बीच संबंध खराब हो चुके थे. मामला इतना बढ़ा कि किरण ने कबरई थाने में दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा की FIR दर्ज कराई. इसी केस की जांच कबरई थाने में तैनात SI अंकित यादव कर रहे थे. विवेचना के दौरान दोनों के बीच लगातार संपर्क बढ़ा. बातचीत धीरे-धीरे व्यक्तिगत होती गई और यह रिश्ता दोस्ती से आगे बढ़कर प्रेम संबंध में बदल गया. घर वालों को इसकी भनक नहीं थी, लेकिन दोनों लंबे समय से एक-दूसरे से मिल रहे थे.
दोनों की आखिरी मुलाकात
जांच में पता चला कि घटना से एक दिन पहले यानी 12 नवंबर को अंकित यादव ने अपने एक परिचित से कार मांगी और किरण को साथ लेकर हमीरपुर की ओर निकल गया. दोनों की मूवमेंट टोल प्लाज़ा और रास्ते के CCTV में कैद भी हुई.
पुलिस के अनुसार, शाम के समय मौदहा इलाके की ओर दोनों कुछ देर रुके. इसी दौरान किसी निजी मुद्दे पर दोनों के बीच विवाद हुआ. यह बहस इतनी बढ़ गई कि बात हाथापाई तक पहुँच गई. पूछताछ में सामने आया कि विवाद के दौरान गुस्से में अंकित ने कार में रखे लोहे के रॉड से किरण पर कई वार किए. चोटें गंभीर थीं और किरण की मौके पर ही मौत हो गई. घटना के बाद आरोपी ने पहचान छिपाने के लिए शव को खेतों में नग्न अवस्था में फेंक दिया. कपड़े और मोबाइल वह अपने साथ ले गया ताकि पहचान और वारदात के समय की जानकारी मिटाई जा सके.
तकनीकी सबूतों ने आरोपी तक पहुँचाया
किरण के फोन की अंतिम लोकेशन, अंकित का मोबाइल डेटा, दोनों की कॉल डिटेल्स और कार की गतिविधि इन सभी तकनीकी साक्ष्यों ने केस की दिशा साफ कर दी. हमीरपुर पुलिस ने महोबा पुलिस की मदद से आरोपी SI को हिरासत में लिया. पूछताछ के दौरान वह घटना कबूल कर बैठा. इसके बाद पुलिस ने उसके कब्जे से कार, लोहे का रॉड (आला-ए-क़त्ल), पीड़िता का मोबाइल बरामद कर लिया. एसपी हमीरपुर डॉ. दीक्षा शर्मा ने बताया कि शव मिलने के बाद कई टीमें लगाई गई थीं. पहचान होते ही जांच तेज की गई और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर आरोपी तक कुछ ही घंटों में पहुंच गए. उन्होंने कहा, पुलिस कर्मी के खिलाफ लगे आरोप गंभीर हैं. विभागीय कार्रवाई अलग से की जा रही है.
परिवार की प्रतिक्रिया
मृतका के भाई विजय कुमार ने बताया कि बहन कुछ समय से तनाव में थी और भविष्य को लेकर चिंतित रहती थी. उन्होंने कहा कि बहन ने कुछ दिन पहले विवेचक SI से बात करने का जिक्र किया था, लेकिन उसने कभी नहीं सोचा था कि बात इतनी आगे बढ़ चुकी है. परिवार ने आरोपी को कठोर सजा देने की मांग की है.
नाहिद अंसारी