खून से लिखे पत्रों में छलका दर्द... बांके बिहारी कॉरिडोर के खिलाफ महिलाओं का भावुक प्रदर्शन

वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर न्यास और कॉरिडोर योजना के विरोध में सेवायत परिवार की महिलाओं ने अनोखा प्रदर्शन किया. खून निकालकर पत्र लिखे और ठाकुर जी से दूर न करने की भावुक अपील की. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि मंदिर न्यास का अध्यादेश और कॉरिडोर योजना वापस ली जाए.

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खून से पत्र लिखकर बचाने की पुकार. खून से पत्र लिखकर बचाने की पुकार.

मदन गोपाल शर्मा

  • मथुरा,
  • 17 जून 2025,
  • अपडेटेड 5:43 PM IST

मथुरा के वृंदावन में ठाकुर बांके बिहारी मंदिर न्यास और प्रस्तावित कॉरिडोर योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन सोमवार को 18वें दिन भी जारी रहा. मंदिर सेवायत परिवार की महिलाएं और कॉरिडोर से प्रभावित क्षेत्र की सैकड़ों महिलाओं ने एक अनोखा और भावुक कदम उठाते हुए खून से पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई कि उन्हें उनके ‘लाडले ठाकुर’ से अलग न किया जाए.

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दरअसल, प्रदर्शन स्थल पर उपस्थित सभी महिलाओं ने पहले अपने शरीर से खून निकलवाया और फिर धोती पर पेंसिल की सहायता से अपने रक्त से पत्र लिखे. एक महिला ने लिखा, प्रधानमंत्री जी, मुख्यमंत्री जी हमें हमारे ठाकुर बांके बिहारी से मत छीनिए. तो किसी ने लिखा, मंदिर न्यास अध्यादेश और कॉरिडोर योजना वापस लीजिए, हमें मुक्त कीजिए.

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महिलाओं का कहना है कि सरकार की इस योजना से ठाकुर जी के दर्शन और सेवा परंपरा पर सीधा प्रभाव पड़ेगा. प्रदर्शनकारी सेवायतों और स्थानीय निवासियों का मानना है कि कॉरिडोर और मंदिर न्यास की योजनाएं धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ हैं.

वृंदावन में प्रशासन प्रदर्शन को शांतिपूर्ण बनाए रखने की कोशिश कर रहा है, लेकिन सेवायत परिवार और लगभग 275 प्रभावित परिवारों ने स्पष्ट किया है कि वे किसी भी कीमत पर मानने को तैयार नहीं हैं.

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महिला सेवायतों ने भावुक होकर कहा, प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी, हमें हमारे लाडले ठाकुर जी से अलग मत कीजिए. मंदिर की सेवा और परंपरा को टूटने मत दीजिए.

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