ASP अनुज चौधरी की जैकेट में लगी गोली, फिरोजाबाद एनकाउंटर की पूरी कहानी, ऐसे ढेर हुआ नरेश पंडित

फिरोजाबाद में मुठभेड़ के दौरान चर्चित एएसपी (ग्रामीण) अनुज चौधरी की बुलेटप्रूफ जैकेट पर गोली लगी, वे बाल-बाल बच गए. जवाबी कार्रवाई में 50 हजार का इनामी बदमाश नरेश पंडित मारा गया, जबकि एसओ रामगढ़ भी घायल हुए है. मौके से दो पिस्टल, कारतूस और 40 लाख रुपये बरामद हुए. नरेश हाल ही में दो करोड़ की कैश लूटकांड का मुख्य आरोपी था.

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एनकाउंट के दौरान ASP अनुज चौधरी  (Photo: Screengrab) एनकाउंट के दौरान ASP अनुज चौधरी (Photo: Screengrab)

सुधीर शर्मा

  • फिरोजाबाद ,
  • 06 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 1:11 PM IST

फिरोजाबाद के मक्खनपुर क्षेत्र में पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में एएसपी (ग्रामीण) अनुज चौधरी की बुलेटप्रूफ जैकेट पर गोली लगी. बताया जा रहा है कि गनीमत रही  गोली जैकेट में धंस गई और बाल-बाल बच गए. इस मुठभेड़ में 50 हजार रुपये का इनामी बदमाश नरेश पंडित मारा गया, जबकि एसओ रामगढ़ संजीव दुबे घायल हुए हैं.

गिरफ्तारी के बाद भाग गया था नरेश 

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पुलिस के मुताबिक नरेश वही अपराधी था, जो हाल ही में दो करोड़ रुपये की कैश लूटकांड में फरार चल रहा था. 4 अक्टूबर को वह पुलिस अभिरक्षा से भाग गया था. तब से जिलेभर में उसकी तलाश चल रही थी. रविवार शाम पुलिस को सूचना मिली कि नरेश बीएमआर होटल के पास देखा गया है. इसके बाद एएसपी ग्रामीण अनुज चौधरी के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंची.

ऐसे हुई घेराबंदी 

जैसे ही पुलिस ने घेराबंदी की, नरेश ने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं. इस दौरान एक गोली एएसपी की बुलेटप्रूफ जैकेट पर लगी. झटका लगने के बावजूद उन्होंने खुद मोर्चा संभाला और टीम को आगे बढ़ने का निर्देश दिया. कुछ देर की मुठभेड़ के बाद नरेश गोली लगने से गिर पड़ा. उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद पुलिस ने मौके से असलहा और कारतूस बरामद किए हैं. घायल एसओ संजीव दुबे का इलाज जिला अस्पताल में किया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई गई.

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50 हजार का रखा गया इनाम 

एसएसपी सौरभ दीक्षित ने बताया कि मारे गए बदमाश पर कई गंभीर मामले दर्ज थे और डीआईजी आगरा रेंज ने उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. मुठभेड़ के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली. नरेश गैंग के बाकी सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस ने अब पूरे गिरोह के खिलाफ चार्जशीट तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. एसएसपी ने कहा कि टीम ने पूरी जिम्मेदारी और साहस के साथ ऑपरेशन को अंजाम दिया. यह ऑपरेशन दिखाता है कि हमारी पुलिस फील्ड में कितनी तत्पर और सतर्क है. एएसपी ग्रामीण की सूझबूझ से बड़ी घटना टल गई. 

छह लुटेरे एक साथ हुए थे गिरफ्तार 

नरेश और उसके साथियों ने कानपुर से आगरा ले जाए जा रहे करोड़ों रुपये के कैश को हाईवे पर लूटा था.पुलिस ने सभी छह लुटेरों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 1 करोड़ 53 हजार 10 रुपये नकद, दो कारें, 55 हजार का आईफोन, एक लाख रुपये कीमत की बाइक और असलाह बरामद किए थे. गिरफ्तारी के बाद एसएसपी सौरभ दीक्षित ने बताया था कि 30 सितम्बर की अलसुबह मक्खनपुर थाना क्षेत्र के घुनपई के पास लुटेरों ने जीके कंपनी के कैश से भरी कार को रोककर ड्राइवर के साथ मारपीट की और करोड़ों रुपये लूट लिए थे. घटना के बाद पुलिस ने एसओजी, सर्विलांस समेत छह टीमों को लगाया. सीसीटीवी फुटेज खंगालने और लोकेशन ट्रैकिंग के बाद 4 अक्टूबर को पायनियर पुल के पास से छह लुटेरों को दबोच लिया गया था.

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लुटेरों के पास से क्या क्या मिला था 

- नरेश निवासी अलीगढ़ के पास 25.02 लाख रुपये मिले थे. 

- तुषार निवासी मोदीनगर गाजियाबाद के पास 20.12 लाख रुपये व तमंचा मिला. 

- दुष्यंत निवासी अलीगढ़ के पास 20.08 लाख रुपये और आईफोन मिला. 

- अक्षय निवासी पूर्वी दिल्ली के पास  13 लाख रुपये मिले. 

- आशीष उर्फ आशू निवासी बहादुरगढ़, हरियाणा के पास 10 लाख रुपये व नई बाइक मिली. 

- मोनू उर्फ मिलाप निवासी आगरा के पास से 12 लाख रुपये मिले थे. 

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