उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में आदमखोर भेड़ियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीती रात कैसरगंज क्षेत्र में एक साल की मासूम बच्ची को भेड़िया उसकी मां के पास से उठाकर ले गया. वन विभाग और पुलिस की टीमें लगातार तलाशी अभियान चला रही हैं.
मां की बगल से बच्ची को ले उड़ा भेड़िया
बहराइच के कैसरगंज स्थित गोड़हिया नंबर दो में देर शाम घर के आंगन में खेल रही 3 साल की मासूम बच्ची पर आदमखोर भेड़िए ने हमला कर दिया. भेड़िया बच्ची को मुंह में दबाकर भागा, लेकिन परिजनों के खदेड़ने पर 300 मीटर दूर झाड़ी में घायल छोड़कर भाग निकला. फिलहाल, घायल बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना से क्षेत्र के लोग डरे-सहमे हैं.
आपको बता दें कि पिछले हफ्ते थाना कोतवाली कैसरगंज अंतर्गत गोड़हिया नंबर चार के मजरा जरूआ गांव में रात करीब तीन बजे रामकुमार की एक वर्षीय पुत्री आरवी को भेड़िया अपना शिकार बना ले गया. बरामदे में मां के साथ सो रही बच्ची को भेड़िया मुंह में दबाकर गन्ने के खेत की ओर भाग निकला.
वन विभाग का सर्च ऑपरेशन और कोहरे की बाधा
घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची. प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) डॉक्टर राम सिंह यादव ने बताया कि रात साढ़े तीन बजे सूचना मिलते ही सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया. हालांकि, रात के समय घने कोहरे और गन्ने के ऊंचे खेतों के कारण ड्रोन कैमरों को भी परेशानी हुई. दिन का उजाला होते ही फिर से कांबिंग तेज कर दी गई. वन विभाग इस आदमखोर भेड़िए को खोजने और समाप्त करने के प्रयास में जुटा है.
तीन महीनों से जारी है भेड़ियों का खूनी खेल
बहराइच में पिछले तीन महीनों से भेड़ियों का कहर जारी है. 10 सितंबर को शुरू हुआ यह खूनी सिलसिला थम नहीं रहा है. अब तक 9 मासूम बच्चों और एक बुजुर्ग दंपत्ति सहित कुल 11 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 33 लोग घायल हुए हैं. विभाग का दावा है कि उन्होंने अब तक चार भेड़िए मार गिराए हैं, लेकिन बचे हुए भेड़िए लगातार नई वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. 28 और 29 नवंबर को भी दो मासूमों को भेड़ियों ने अपना निवाला बनाया था.
राम बरन चौधरी