उत्तर प्रदेश के अमेठी में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसे में 42 वर्षीय मजदूर की मौत हो गई. यह घटना गौरीगंज क्षेत्र में उस समय हुई, जब एक पुराने मकान को गिराने का काम चल रहा था. अचानक जर्जर दीवार ढहने से मजदूर मलबे के नीचे दब गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
42 साल के परशुराम की हुई मौत
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक मृतक की पहचान परशुराम (42) के रूप में हुई है, जो मुंशीगंज थाना क्षेत्र का रहने वाला था. वह गौरीगंज इलाके में स्थित करीब 90 साल पुराने मकान को गिराने के काम में लगा हुआ था. यह मकान पूर्व पार्षद अरुण यादव का बताया जा रहा है.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मकान काफी पुराना और जर्जर हालत में था. जब मजदूर दीवार को गिराने का काम कर रहा था, तभी अचानक एक कमजोर दीवार भरभराकर ढह गई. दीवार गिरते ही परशुराम उसके नीचे दब गया. मौके पर मौजूद अन्य मजदूरों और लोगों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन भारी मलबे के कारण उसे तुरंत बाहर नहीं निकाला जा सका.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. गौरीगंज थाना प्रभारी ने बताया कि परशुराम की मौके पर ही मौत हो चुकी थी. शव को मलबे से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
इस हादसे के बाद इलाके में शोक का माहौल है. मृतक के परिजनों को जैसे ही घटना की सूचना मिली, उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया. स्थानीय लोगों ने निर्माण और तोड़फोड़ के काम के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी पर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि जर्जर इमारतों को गिराते समय पर्याप्त सुरक्षा उपाय नहीं अपनाए जाते, जिससे ऐसे हादसे होते हैं.
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