सीएम योगी के इस आदेश पर साढ़े आठ लाख गाड़ियों की चेकिंग, ढाई लाख से अधिक पर हुआ एक्शन 

यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सभी 75 जिलों में एक साथ विशेष अभियान चलाया गया. इसके तहत पुलिस ने प्रदेशभर में वाहनों की चेकिंग की और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए काली फिल्म, अवैध हूटर और बत्तियों पर कार्रवाई की. स्टंटबाजों के खिलाफ भी कार्रवाई हुई. आठ लाख से अधिक गाड़ियों की जांच की गई. जिसमें ढाई लाख से ज्यादा पर एक्शन लिया गया.

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Photo: ITG) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Photo: ITG)

aajtak.in

  • लखनऊ,
  • 08 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 11:52 AM IST

सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पुलिस ने एक बड़ा अभियान चलाया है. मिशन शक्ति 5.0 के तहत 22 सितंबर से 1 अक्टूबर तक पूरे प्रदेश में पुलिस ने साढ़े आठ लाख से अधिक वाहनों की गहन चेकिंग की. इस दौरान कुल 2 लाख 45 हजार से अधिक वाहनों पर एक्शन हुआ. इनमें चालान, सीज, काली फिल्म हटाने, हूटर-बत्ती निकालने, जातिसूचक शब्द हटाने और स्टंटबाजी में पकड़े गए वाहन शामिल हैं. पुलिस का यह अब तक का सबसे बड़ा अभियान माना जा रहा है, जिसमें अपर पुलिस महानिदेशक से लेकर थाना प्रभारी तक खुद सड़कों पर उतरे. 

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काली फिल्म वालों पर सख्त एक्शन

योगी सरकार की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि पुलिस महानिदेशक मुख्यालय की नोडल अधिकारी एडीजी पद्मजा चौहान के मुताबिक इस अभियान के तहत 22 सितंबर से विशेष चेकिंग अभियान शुरू किया गया था. इसमें पूरे प्रदेश में 24,457 पुलिसकर्मी और अधिकारी तैनात रहे. इन सभी ने 71,473 स्थानों पर कुल 8,50,182 वाहनों की जांच की.

इस दौरान 9,488 वाहनों से काली फिल्म हटाई गई, जो लंबे समय से प्रतिबंधित होने के बावजूद खुलेआम सड़कों पर चल रही थीं. एडीजी ने बताया कि काली फिल्में महिलाओं के साथ अपराध की घटनाओं में मददगार साबित होती हैं, क्योंकि इससे गाड़ी के अंदर झांकना मुश्किल हो जाता है. इसी वजह से इन पर सख्त कार्रवाई की गई.

हूटर-बत्तियों पर भी चली कैंची 

अभियान सिर्फ काली फिल्मों तक सीमित नहीं रहा. पुलिस ने सड़कों पर वीआईपी कल्चर के प्रतीक बन चुके हूटर और फ्लैश बत्तियों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाया. इस दौरान 2,817 हूटर और 1,087 नीली-लाल बत्तियां वाहनों से हटाई गईं. कई जगहों पर वाहन मालिकों ने खुद इन्हें उतार दिया, जबकि कई मामलों में पुलिस ने मौके पर उपकरण जब्त कर कार्रवाई की. साथ ही, 14,504 वाहनों पर जाति सूचक शब्द या सरकारी पदनाम लिखे पाए गए, जिनके खिलाफ भी कार्रवाई की गई. एडीजी पद्मजा चौहान ने कहा कि ऐसे शब्द सामाजिक असमानता बढ़ाते हैं और कानून के विरुद्ध हैं. अब यह स्पष्ट संदेश है कि कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं.

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18,215 चालान, 3 लाख से ज्यादा को चेतावनी

पुलिस ने नियम तोड़ने वाले 18,215 वाहनों का चालान किया, जबकि 3,38,305 लोगों को चेतावनी देकर छोड़ा गया. एडीजी ने बताया कि यह चेतावनी कार्रवाई का हिस्सा थी, ताकि लोग भविष्य में ऐसे उल्लंघन न करें. वहीं, कई जिलों में पुलिस ने विशेष अभियान चलाकर सड़क किनारे खड़े गलत तरीके से पार्क किए गए वाहनों को हटवाया, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था सुधरी.

फुट पेट्रोलिंग से बढ़ी सुरक्षा की भावना

अभियान के तहत पुलिस अधिकारियों ने न केवल गाड़ियों की जांच की, बल्कि सड़क पर पैदल गश्त (फुट पेट्रोलिंग) भी की. प्रदेश के 57,265 स्थानों पर पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने पैदल गश्त कर लोगों से संवाद किया और महिलाओं को सुरक्षित महसूस कराने की कोशिश की. अपर पुलिस महानिदेशक व डीआईजी स्तर के अधिकारियों ने 239 स्थानों पर पेट्रोलिंग की, एसएसपी और पुलिस अधीक्षकों ने 1,670 स्थानों, क्षेत्राधिकारियों ने 9,616 स्थानों, जबकि थाना प्रभारियों और उनकी टीमों ने 45,837 स्थानों पर फुट पेट्रोलिंग की. गश्त के दौरान 7,44,482 लोगों की जांच की गई. इसके अलावा पीआरवी (पुलिस रेस्पॉन्स व्हीकल) टीमों ने 52,039 स्थानों पर विशेष गश्त कर सुरक्षा का माहौल मजबूत किया.

स्टंटबाजों पर शिकंजा, 263 गिरफ्तार

पुलिस ने मिशन शक्ति के तहत सड़क पर स्टंटबाजी करने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की. इस दौरान 55,832 स्थानों पर 21,324 पुलिसकर्मियों ने चेकिंग की और 5,26,184 वाहनों को रोका गया.

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- 770 स्टंटबाजी के मुकदमे दर्ज किए गए

- 263 स्टंटबाजों को गिरफ्तार किया गया,

- 31,609 चालान जारी किए गए,

-  1,388 वाहन सीज कर दिए गए.

एडीजी चौहान ने बताया कि स्टंटबाज न केवल अपनी जान जोखिम में डालते हैं, बल्कि सड़क पर दूसरों के लिए भी खतरा बनते हैं. यह अभियान उन्हें रोकने और यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए बेहद जरूरी था.

1.93 लाख से ज्यादा वाहनों का चालान, 3,654 सीज

पुलिस ने मिशन शक्ति 5.0 के तहत सड़क सुरक्षा और महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 1,93,829 वाहनों का चालान किया और 3,654 वाहनों को सीज किया. साथ ही 251 मामलों में एफआईआर दर्ज कर 450 लोगों को गिरफ्तार किया गया. अधिकारियों का कहना है कि यह आंकड़े इस बात का संकेत हैं कि अभियान केवल दिखावे का नहीं, बल्कि सख्त कार्रवाई वाला रहा है.

सीएम योगी का सख्त संदेश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभियान की शुरुआत में ही स्पष्ट किया था कि महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. कानून से खिलवाड़ करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.  इसी निर्देश के बाद प्रदेश के सभी जिलों में पुलिस-प्रशासन सक्रिय हुआ. गाड़ियों की काली फिल्म, अवैध हूटर, गैरकानूनी बत्तियां और वाहनों पर जाति सूचक शब्दों को हटाने के लिए पुलिस ने पहले जनता को जागरूक किया, फिर एक साथ अभियान शुरू किया. अधिकारियों ने बताया कि इस अभियान का सबसे बड़ा असर यह रहा कि अब सड़क पर लोग पुलिस की मौजूदगी महसूस कर रहे हैं. महिलाओं ने भी राहत की सांस ली है, खासकर बाजारों और स्कूल-कॉलेजों के आसपास.

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