उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में पिछले चार माह से भेड़िए व तेंदुए का आतंक बना हुआ था. अब जिले के उत्तरी छोर पर इंडो नेपाल बॉर्डर के समीप आबादी वाले इलाके में बाघ के हमले से लोग दहशत में आ गए हैं. बीते बुधवार को शौच के लिए गई बालिका पर बाघ ने हमला कर घायल कर दिया उसके बाद उसे हांका लगाकर भगाने गए अन्य दो लोगों पर भी बाघ ने हमला बोल दिया जिसमें तीनों लोग बुरी तरह घायल हो गए.
आनन फानन में ग्रामीणों की मदद से उन्हें जिला मुख्यालय पर स्थित मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है. वहीं इस हमले के बाद बॉर्डर इलाके में लोग दहशत में आ गए हैं. वन विभाग ने वन्य जीव को पकड़ने के लिए पिंजड़ा लगाया है और उसे ढूंढने के लिए बॉर्डर पर तैनात एसएसबी के साथ वन विभाग ड्रोन से सर्च अभियान चला रहा है. वहीं फॉरेस्ट डिवीजन बहराइच के डीएफओ ने स्थानीय लोगों से विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है.
बुधवार को बहराइच जिले के उत्तरी छोर पर स्थित इंडो नेपाल बॉर्डर थाना रूपईडीहा के पचपकरी गांव की 12 साल की प्रियंका अपनी दस वर्षीय बहन संजना के साथ खेत में शौच के लिए गई थी. इसी दौरान वहां मौजूद एक बाघ ने अचानक हमला कर दिया जिसमें प्रियंका बुरी तरह घायल हो गई. वहीं उसकी चीख पुकार सुनकर उसे बचाने के लिए दौड़े लोगों ने जब बाघ को भगाने के लिए हांका लगाना शुरू किया तो बाघ ने साठ वर्षीय राधेमोहन को भी हमला कर उसे घायल कर दिया.
बाघ की सूचना पर वहां दर्जनों लोगों की भीड़ लग गई जिसके बाद समीप के गांव रंजीत बोझा निवासी बीस वर्षीय अंकित वर्मा पुत्र धनीराम भी बाघ को देखने के लिए पहुंचे. वह कुछ देख पाते इसी बीच घर की दीवार के पीछे छिपकर बैठे बाघ ने उन्हें भी हमलाकर घायल कर दिया. एक के बाद एक लगातार तीन हमले की घटनाओं के बाद लोग दहशत में आ गए. इसकी सूचना मिलने पर वाहन वन विभाग व एसएसबी के जवानों ने भी बाघ को पकड़ने के लिए सर्च अभियान चलाना शुरू किया लेकिन बाघ पकड़ में नहीं आ सका.
सभी तीनों घायलों को जिले के मुख्यालय स्थित मेडिकल कॉलेज के वन्यजीव हमले के घायलों के लिए बने विशेष वार्ड में भर्ती कराया गया है. लेकिन गंभीर रूप से घायल राधे मोहन की नाजुक स्थिति के बाद उन्हें लखनऊ मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया है.
घटना के बाद बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग ने पिंजड़ा लगाया है और कांबिंग कर उसे पकड़ने की कोशिशों में जुटा है. बुधवार देर शाम तक वन विभाग ड्रोन के माध्यम से बाघ को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चलता रहा लेकिन बाघ को पकड़ने में सफलता नहीं मिल सकी. फॉरेस्ट डिवीजन बहराइच के डीएफओ राम सिंह यादव ने उस इलाके में बाघ के देखे जाने की पुष्टि करते हुए लोगों से विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है और कहा है कि वन विभाग शीघ्र ही बाघ को वहां से हटाने में अथवा पकड़ने में कामयाब हो जाएगा.
राम बरन चौधरी