उत्तर प्रदेश के बरेली में हाल में अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर गोलीबारी हुई थी जिसपर कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को मार गिराया गया. 48 घंटे के अंदर ही नोएडा की एसटीएफ और उत्तर प्रदेश की पुलिस संयुक्त टीम ने दोनों अपराधियों को ढेर कर दिया.
4 नहीं 5 शूटर भेजे गए थे बरेली
पुलिस को पहले ही मालूम हुआ है कि ये गोलीबारी करने वाले शूटर गोल्डी बराड़ गैंग के थे. लेकिन अब इस मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है. जांच में पता चला है कि विदेश में बैठे गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा ने अपने हैंडलर के जरिए बरेली में 4 नहीं 5 शूटर भेजे थे. ये लोग 11 सितंबर को बरेली पहुंचे थे और पंजाब होटल में रुके हुए थे. लेकिन बरेली पहुंचते ही एक शूटर की तबियत थोड़ी खराब हो गई तो वो वापस लौट गया.
इनका हैंडलर सीधे कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ और पुर्तगाल में बैठे रोहित गोदारा से संपर्क में था. इस गोलीबारी के जरिए गैंग का प्लान दहशत फैलाने का था. मारे गए इस शूटरों के पास एनकाउंटर के बाद तुर्की मेड जिगाना पिस्टल और ऑस्ट्रिया मेड ग्लॉक पिस्टल बरामद हुई है.
11 को रेकी की, 12 सितंबर को गोलीबारी
इसके बाद 11 सितंबर को ही काले रंग की स्पलेंडर बाइक और सफेद रंग की अपाचे बाइक पर बैठ कर बाकी बचे 4 शूटर दिशा पाटनी के घर पहुंचे और रेकी की. स्पलेंडर बाइक पर नकुल और विजय नाम के शूटर बैठे थे जबकि अपाचे बाइक पर अरुण और रविन्द्र बैठे थे. फिर हमले के दिन 12 सितंबर को भी चारों दिशा के घर पहुंचे तब सिर्फ रविंद्र ने फायरिंग की और फिर सभी भाग निकले. एनकाउंटर में मारे गए शूटर अरुण और रविन्द्र थे.
सीएम योगी ने दिया था सुरक्षा का भरोसा
इस हमले के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिशा पटानी के पिता और पूर्व डीएसपी जगदीश पाटनी से फोन पर बात कर उनके परिवार को सुरक्षा का भरोसा दिया था. पुलिस ने ढाई हजार से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर आरोपियों की पहचान की और फिर मुठभेड़ में उनमें से दो अरुण और रविन्द्र को ढेर कर दिया गया.
गौरतलब है कि गोलीबारी के बाद गैंग ने सोशल मीडिया पर इसकी जिम्मेदारी ली थी और इसे अभिनेत्री की बहन खुशबू पटानी द्वारा कथावाचक प्रेमानंद महाराज और अनिरुद्धाचार्य पर किए गए कमेंट का रिएक्शन बताया था.
अरविंद ओझा