पेंच टाइगर रिज़र्व में जिप्सी ड्राइवर और गाइड की लापरवाही की वजह से पर्यटकों की जान ख़तरे में आ गई. पर्यटकों को बाघ के अच्छे से दीदार कराने के लिए जंगल में बाघ का रास्ता रोक लिया और बाघ पर्यटकों से भरी गाड़ी की तरफ़ चला आ रहा था पर ड्राइवर ने गाड़ी पीछे नहीं की और बाघ चलते हुए गाड़ी के 10 फ़ीट तक नज़दीक आ गया.
बाघ को इतना नज़दीक देख पर्यटकों की सांसें कुछ पल के लिए थम सी गईं. बाघ इतना नज़दीक था कि डरे हुए पर्यटक गाड़ी में सिर झुकाकर छिपने की कोशिश भी की.
बाघ के आगे-पीछे 7 गाड़ियों में 24 पर्यटक सवार थे. बाघ लगातार पर्यटकों की ओर देख रहा था और मौक़े पर एकदम सन्नाटा, किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि हो क्या रहा है. तभी ड्राइवर ने गाड़ी स्टार्ट की. इंजिन की आवाज़ सुनकर बाघ एक पल के लिए ठिठका और तब गाड़ी में से किसी ने कहा डरो मत, डरो मत. इसके बाद आनन-फ़ानन में गाड़ियां पीछे ली गईं लेकिन टाइगर के आगे-पीछे गाड़ियों का जाम लग गया था और इस दौरान बाघ अपनी जगह से बिना हटे लगातार गाड़ियों की तरफ़ देख रहा था. किसी तरह गाड़ियां रिवर्स की गयीं और तब जाकर पर्यटकों की जान में जान आई.
13 सितंबर को हुई इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद पेंच टाइगर रिज़र्व प्रबंधन ने 7 जिप्सी मालिकों और गाइड पर कार्रवाई की है.
रुखड़ वन परिक्षेत्र के SDO आशीष पांडे ने बताया, 'पार्क के बफ़र एरिया में जिप्सी संचालकों और गाइड की लापरवाही पर कार्रवाई की गई है, उन्होंने बाघ का रास्ता रोका था, कोई भी हादसा हो सकता था. 15 दिनों के लिए 7 जिप्सी गाड़ियों, ड्राइवर और गाइड के प्रवेश पर बैन लगाया गया है.'
गौरतलब है कि मानसून में पेंच टाइगर रिज़र्व के कोर एरिया में सफ़ारी बंद होती है इसलिए पर्यटक पार्क के बफ़र एरिया में सफ़ारी कर रहे हैं और इन दिनों पार्क के बफ़र एरिया में ही पर्यटकों को बाघ के दीदार हो रहे हैं.
पुनीत कपूर