राजस्थान: धौलपुर में लचर स्वास्थ्य सेवाएं, जमीन और टेबलों पर हो रहा इलाज

कोरोना महामारी के बाद मौसमी बीमारियों के साथ अब डेंगू ने भी पैर पसारने शुरू कर दिए हैं. डेंगू के 292 मरीज सामने आ चुके हैं जिनमें से पांच लोगों की मौत भी हो चुकी है. ऐसे में राजस्थान के धौलपुर ज‍िले का मुख्य हॉस्प‍िटल ओवरलोड हो चुका है.

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एक बेड पर दो बच्चों को चल रहा इलाज. एक बेड पर दो बच्चों को चल रहा इलाज.

उमेश मिश्रा

  • धौलपुर ,
  • 10 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 4:52 PM IST
  • धौलपुर का जिला अस्पताल हुआ ओवरलोड
  • जमीन और टेबलों पर हो रहा है उपचार
  • एक बेड पर हो रहे हैं दो मरीज भर्ती

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को लेकर बड़ी बड़ी बात कराते हुए नजर आ जाए लेकिन राजस्थान के धौलपुर जिले के सबसे बड़े अस्पताल में भर्ती मरीजों का उपचार जमीन और टेबलों पर हो रहा हैं. 

बता दें कि धौलपुर जिले में कोरोना महामारी के बाद मौसमी बीमारियों के साथ अब डेंगू ने भी पैर पसारने शुरू कर दिए हैं. डेंगू के 292 मरीज सामने आ चुके हैं जिनमें से पांच लोगों की मौत भी हो चुकी है. जिले में खांसी, जुकाम, उल्टी-दस्त, डेंगू और वायरल बुखार जैसी मौसमी बीमारियों का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है.

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बड़े तो बड़े अब बच्चे भी जबरदस्त तरीके से इनकी चपेट में हैं जिसके कारण अस्पताल की ओपीडी 1800 से बढ़कर साढ़े तीन हजार से अधिक पहुंच गई है. मदर एंड चाइल्ड हॉस्प‍िटल में बच्चों के तीनों वार्डों में क्षमता से तीन गुना अधिक मरीज भर्ती हैं जिनका इलाज किया जा रहा है. पहले अस्पताल में बच्चे डेढ़ सौ से दो सौ अस्पताल आते थे लेकिन अब वर्तमान में 500 से लेकर 700 आ रहे हैं.

जमीन पर हो रहा इलाज

अगर बीते महीने की बात करें तो इस महीने भर्ती रोगियों की संख्या दोगुनी से ज्यादा है जिससे जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं चरमरा गई है. यह बुखार भी इस बार कुछ अलग ही है क्योंकि पहले जहां बच्चे 2 या 3 दिन में ठीक हो जाते थे अब 5 से 7 दिन का समय लग रहा है. अस्पताल में एक बेड पर दो मरीजों का उपचार किया जा रहा है. साथ ही पत्थर की बनी बेंच, टेबल और जमीन पर भी दो मरीजों का उपचार किया जा रहा है.

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जिले में वायरल फीवर के साथ अब तक 292 मरीज डेंगू के सामने आ चुके हैं जिसमें से 20 वर्षीय बदन सिंह पुत्र हरिसिंह, 24 वर्षीय रामवती पत्नी वीरेन्द्र सिंह, 35 वर्षीय गीता पत्नी हरनाम और 70 वर्षीय भूरी देवी पत्नी रामसहाय समेत पांच लोगों  की मौत हो गई है. 

सबसे बड़ा अस्पताल हुआ ओवलोड

जिला मुख्यालय के सबसे बड़े हॉस्पिटल डॉ. मंगल सिंह चिकित्सालय की बात करें तो यहां एक महीने में वायरल मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है. जिला अस्पताल में आम दिनों में 1800 से दो हजार तक जाने वाली अस्पताल की ओपीडी अब साढ़े तीन हजार से ऊपर पहुंच गई है. कोरोना महामारी के बाद अचानक बढ़े मौसमी बीमारी के मरीजों की संख्या को देखते हुए जिला अस्पताल में छह सौ से अधिक मरीजों को रोजाना भर्ती करना पड़ रहा है.

अस्पताल में मरीजों को भर्ती करने की क्षमता तीन सौ के करीब है लेकिन एक महीने में अस्पताल में छह सौ से अधिक मरीज भर्ती होकर अपना उपचार करवा रहे हैं. जिला अस्पताल में सबसे ज्यादा मरीज बुखार, शरीर में दर्द, उल्टी, घबराहट और चक्कर के आ रहे हैं. साथ ही अब डेंगू के भी मरीज आ रहे हैं.

आपको बता दें कि धौलपुर का पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में वायरल बुखार का खासा प्रकोप देखा जा रहा हैं और धौलपुर जिले के बड़ी संख्या में लोगों का रोजाना आगरा व अन्य शहरों में आना जाना लगा रहता है. 

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