'ये रॉकेट इतना शक्तिशाली कि यात्री की जान को होगा खतरा'

विशेषज्ञों ने स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट को अधिक शक्तिशाली बनाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली प्रौद्योगिकी से अंतरिक्ष यात्रियों की जान को खतरा होने की चेतावनी दी है.

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SpaceX Falcon 9 SpaceX Falcon 9

अभि‍षेक आनंद

  • नई दिल्ली,
  • 07 मई 2018,
  • अपडेटेड 4:39 PM IST

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के सुरक्षा विशेषज्ञों ने स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट को अधिक शक्तिशाली बनाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक से अंतरिक्ष यात्रियों की जान को खतरा होने की चेतावनी जारी की है.

अमेरिकी अखबार 'वाशिंगटन पोस्ट' की रिपोर्ट के मुताबिक, फाल्कन-9 को अधिक शक्तिशाली बनाने के लिए स्पेसएक्स ने प्रणोदक को अत्यंत कम तापमान पर रखने की योजना बनाई है, ताकि उसे सिकोड़कर छोटा किया जा सके और टैंक में समा सके. लेकिन इससे काफी खतरा पैदा हो सकता है.

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रॉकेट छोड़े जाने से शीघ्र पहले प्रणोदक को लोड करने के लिए यह तरीका अपनाने की योजना है, लेकिन इसमें हादसा भी हो सकता है, जबकि उस समय रॉकेट में अंतरिक्ष यात्री मौजूद होंगे.

नासा और स्पेसएक्स इस साल यह रॉकेट लॉन्च करने वाले हैं. नासा के परामर्शदात्री समूह ने अपने पत्र में चेतावनी दी है कि 50 साल से सुरक्षा के जिन मानकों का उपयोग किया जाता है, यह तरीका उसके विपरीत है.

न्यूयार्क से शंघाई जाने में 30 मिनट लगेंगे!

आपको बता दें कि अरबपति व्यवसायी एलन मस्क की महत्वाकांक्षी परियोजना मंगल रॉकेट जिसे बीएफआर या बिग फाल्कन रॉकेट कहा जाता है. अरबपति व्यवसायी एलन मस्क ने कहा था कि उनकी कंपनी स्पेसएक्स 2019 में मंगल ग्रह पर रॉकेट भेजने के लिए तैयार हो जाएगी. उन्होंने एक बार ये भी कहा था कि उनका मंगल रॉकेट एक दिन शहर से शहर लोगों को अविश्वसनीय रूप से बेहद कम समय में यात्रा करा सकता है. इस तरह न्यूयार्क से शंघाई जाने में केवल 30 मिनट लगेंगे.

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