ईरान में शासन के खिलाफ 2022 में महिलाओं ने देशभर में विरोध प्रदर्शन किया था. इस आंदोलन के फुटेज के अचानक बुधवार को ईरान के सरकारी टेलीविजन पर प्रसारित होने लगे. इसके बाद ईरानी टेलीविजन ने दर्शकों को चेतावनी दी कि इजरायल का काम है, जिसने सैटेलाइट सेवा को बाधित कर दिया है.
ईरानी मीडिया ने आरोप लगाया है कि इजरायल ने कुछ समय के लिए सरकारी टेलीविजन प्रसारण को हैक कर लिया था. इसमें महिलाओं के विरोध प्रदर्शन के फुटेज अचानक प्रसारित होने लगे और लोगों से सड़कों पर उतरने का आग्रह किया जाने लगा.
इजरायल पर टेलीविजन प्रसारण हैक करने का आरोप
अपने टेलीग्राम चैनल पर ईरान के न्यूज आउटलेट हमशाहरी ने सरकारी टेलीविजन पर आए छोटे से व्यवधान का एक वीडियो शेयर किया है. इसमें लिखा था - हैकरों ने स्टेट टेलीविजन में घुसपैठ की और इसे हैक कर ऐसे वीडियो डाले हैं, जिसमें लोगों से सड़कों पर उतरने का आह्वान किया गया है. ईरान के सरकारी टेलीविजन ने बाद में दर्शकों को चेतावनी दी कि ऐसा इजरायल की ओर से किए गए साइबर हमलों के कारण हुआ है जो सैटेलाइट प्रसारण को बाधित कर रहा है.
इजरायल के संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता जोनाथन हारूनॉफ ने भी ईरानी टेलीविजन प्रसारण में आए व्यवधान की एक क्लिप सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर साझा की है. इसमें 2022 में पूरे ईरान में हुए सरकार के खिलाफ महिलाओं के बोल्ड आंदोलन की फुटेज दिखाई जा रही है.
क्या है इस क्लिप में
इस क्लिप में स्पष्ट रूप से 2022 के दौरान देश की नैतिकता पुलिस द्वारा हिरासत में ली गई महिला महसा अमिनी की मौत पर सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर हुए विरोध प्रदर्शन के फुटेज शामिल थे. यह घटना ऐसे समय में हुई जब ईरान ने इंटरनेट सेवा को सीमित कर दिया है. इजरायल इस माध्यम का उपयोग सैन्य उद्देश्यों के लिए कर रहा है.
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