'100, 200, 300... जितने हो सब आ जाओ', लड़की ने भीषण गर्मी में मजदूरों में बांटी छाछ, देखें रिएक्शन

वायरल वीडियो में लड़की को दिल्ली की वर्क साइट्स और मेट्रो स्टेशंस पर जाकर मजदूरों को छाछ बांटते हुए देखा जा सकता है. इससे तपती गर्मी में काम करने वाले लोगों के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है.

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भीषण गर्मी से निपटने के लिए लड़की ने मजदूरों को बांटी छाछ (तस्वीर- Instagram/suchisharmaaa) भीषण गर्मी से निपटने के लिए लड़की ने मजदूरों को बांटी छाछ (तस्वीर- Instagram/suchisharmaaa)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 03 जून 2024,
  • अपडेटेड 3:16 PM IST

देश में भीषण गर्मी से लोगों का बुरा हाल है. तापमान 52 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है. गर्मी में निकलते ही कई लोगों को चक्कर आ रहे हैं. स्वस्थ्य से जुड़ी दिक्कतें बढ़ रही हैं. इसी वजह से लोग धूप से बचने के लिए घरों के भीतर ही ज्यादातर समय रह रहे हैं. हालांकि कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो अगर घर के भीतर रहें तो दो वक्त की रोटी नहीं कमा पाएंगे. 

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यहां हम दिहाड़ी मजदूरों की बात कर रहे हैं. इन्हें भीषण गर्मी में भी सड़कों पर काम करना पड़ता है. इस बीच एक लड़की ने इन्हें ठंडी छाछ बांटी. जिसका वीडियो वायरल हो गया है. कंटेंट क्रिएटर सुची शर्मा का वीडियो काफी वायरल है. उन्होंने इंस्टाग्राम पर इसका वीडियो शेयर किया है. जिसमें उन्हें दिल्ली की वर्क साइट्स और मेट्रो स्टेशंस पर जाकर मजदूरों को छाछ बांटते हुए देखा जा सकता है. इससे तपती गर्मी में काम करने वाले लोगों के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है. 

वीडियो में दिख रहा है कि छाछ पीने के बाद उन्हें कितनी राहत मिलती है. इस वीडियो को 7.2 मिलियन से ज्यादा व्यूज मिले हैं. जबकि 10 लाख लोगों ने वीडियो को लाइक किया है. लोग वीडियो पोस्ट पर कमेंट करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.

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लोग सुची शर्मा को इस काम के लिए धन्यवाद बोल रहे हैं. साथ ही उनकी काफी तारीफ भी कर रहे हैं, कि कैसे उन्होंने इस चिलचिलाती गर्मी में काम करने वाले लोगों की मदद की. एक यूजर ने लिखा, '100 है 200 है 300 है, सब आजाओ, बस इतना ही अमीर होना है.' एक अन्य यूजर ने कहा, 'अगर ये दिखावा है, तो सबको करना चाहिए.'

तीसरे यूजर का कहना है, 'प्यार फैलाते रहो. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि ये एक वीडियो के लिए है. कम से कम वह कुछ अच्छा तो कर रही है.' चौथा यूजर लिखता है, 'पैसा बहुतों के पास होता है, लेकिन हर कोई अमीर नहीं होता.'

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