धमकियां मिलने के बावजूद 23 साल की उर्वी शाह अरेंज गे मैरेज ब्यूरो चला रही हैं. उर्वी ने अब तक 21 कपल को शादी में मदद की हैं और 36 कपल लिव इन में रहते हैं.
सिकंदराबाद में रहने वाली उर्वी गे लोगों के लिए काम कर रही हैं. ऐसी ही एक महिला मैत्री बसु पहले डिप्रेशन की वजह से काफी परेशान हो गईं थी. क्योंकि उन्हें अपने लिए पार्टनर नहीं मिल रहे थे. अब मैत्री एक महिला के साथ रहती हैं जिन्हें वह सोलमेट बताती हैं और उनकी मां ने भी इसे एक्सेप्ट कर लिया है.
yourstory.com पर छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुर्विश आहुजा ने करीब 31 लोगों से बात की, तब जाकर उन्हें अपना पार्टनर मिला. उर्वी के ब्यूरो ने उनकी मदद की.
डेलवपमेंट स्टडीज की पढ़ाई करने वालीं 23 साल की उर्वी ने अपने प्रोजेक्ट के लिए एलजीबीटी इश्यू पर काम किया था. इसके बाद एक फ्रेंड के साथ मिलकर उसने ब्यूरो शुरू किया. सबसे पहले उन्होंने अपने ब्यूरो का रजिस्ट्रेशन अमेरिका के शिकागो में कराया. 2016 में पढ़ाई पूरी करने के बाद वह ब्यूरो की सीईओ बन गईं. इसके बाद उन्होंने ब्यूरो का रजिस्ट्रेशन सिकंदराबाद कराया.
ये ब्यूरो दो लोगों की सिर्फ पार्टनरशिप कराता है. साथ ही क्लाइंट्स के लिए काउंसिलिंग भी कराता है. क्लाइंट्स अपनी पसंद और अन्य रुचि बताते हैं, जिनके आधार पर मैच तैयार कराया जाता है. उर्वी कहती हैं कि भारत में गे मैरेज लीगल नहीं है, इसलिए लोग अपने रिस्क पर ही शादी करते हैं.
अभिषेक आनंद