सोलो ट्रैवलिंग आजकल ट्रेंड बन चुका है, अकेले यात्रा करने वाले लोग न केवल नए अनुभवों की तलाश में होते हैं, बल्कि अपने बजट को भी कम रखना चाहते हैं. ऐसे में कैप्सूल होटल एक शानदार और किफायती विकल्प के रूप में उभरकर सामने आए हैं.
ये होटल न केवल कम बजट में रात बिताने की सुविधा देते हैं, बल्कि सोलो ट्रैवलर्स के लिए सुविधाजनक, सुरक्षित और आधुनिक अनुभव भी देते हैं. कैप्सूल होटल, जैसा कि नाम से पता चलता है, छोटे-छोटे कैप्सूल जैसे कमरों वाला एक अनोखा विकल्प है.
ये छोटे कमरे आमतौर पर एक बेड, बेसिक लाइटिंग, वेंटिलेशन, और कुछ जरूरी सुविधाओं जैसे चार्जिंग पॉइंट और वाई-फाई के साथ आते हैं. ये होटल पहली बार जापान में शुरू हुए था और अब दुनिया भर में, खासकर एशिया, यूरोप और अमेरिका जैसे देशों में लोकप्रिय हो रहे हैं.
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1. किफायती दाम
सोलो ट्रैवलर्स के लिए सबसे बड़ा आकर्षण है इन होटलों की कम कीमत. पारंपरिक होटलों की तुलना में कैप्सूल होटल काफी सस्ते होते हैं. एक रात का किराया आमतौर पर 1000 से 3000 रुपये के बीच हो सकता है, जो महंगे शहरों में भी बजट में फिट बैठता है. इससे ट्रैवलर अपने बजट का अधिकांश हिस्सा घूमने-फिरने और अनुभवों पर खर्च कर सकते हैं.
कैप्सूल होटल यात्रियों को निजता देते हैं. प्रत्येक कैप्सूल एक निजी स्थान की तरह होता है, जिसमें पर्दे या स्लाइडिंग डोर होते हैं. इसके अलावा, अधिकांश कैप्सूल होटलों में लॉकर की सुविधा होती है, जहां आप अपने सामान को सुरक्षित रख सकते हैं. सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षित प्रवेश प्रणाली यात्रियों को मानसिक शांति देती है.
कैप्सूल होटल भले ही छोटे हों, लेकिन इनमें आधुनिक सुविधाएं जैसे तेज वाई-फाई, चार्जिंग पॉइंट, रीडिंग लाइट, और कभी-कभी टीवी या मिनी डेस्क तक उपलब्ध होते हैं. सोलो ट्रैवलर्स को रात बिताने के लिए ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती, और कैप्सूल होटल उनकी बेसिक जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होते हैं.
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कई कैप्सूल होटलों में कॉमन एरिया जैसे लाउंज, किचन या कॉफी शॉप होते हैं, जहां ट्रैवलर्स एक-दूसरे से मिल सकते हैं. सोलो ट्रैवलर्स के लिए यह एक शानदार मौका होता है नए लोगों से मिलने और अनुभव साझा करने का. यह सामाजिक माहौल अकेलेपन को कम करता है और यात्रा को और मजेदार बनाता है.
अधिकांश कैप्सूल होटल शहर के प्रमुख स्थानों या ट्रांसपोर्ट हब के पास स्थित होते हैं. इससे सोलो ट्रैवलर्स को शहर घूमने और परिवहन का उपयोग करने में आसानी होती है. चाहे आप टूरिस्ट स्पॉट्स देखना चाहें या स्थानीय संस्कृति का अनुभव करना चाहें, कैप्सूल होटल की लोकेशन इसे और सुविधाजनक बनाती है.
भारत में भी कैप्सूल होटल धीरे-धीरे लोकप्रिय हो रहे हैं. दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और गोवा जैसे शहरों में कई स्टार्टअप्स और होटल चेन ने कैप्सूल होटल शुरू किए हैं. उदाहरण के लिए, Urbanpod (मुंबई) और Sleepin (दिल्ली) जैसे होटल सोलो ट्रैवलर्स और बैकपैकर्स को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं. ये होटल किफायती होने के साथ-साथ स्टाइलिश और आरामदायक अनुभव प्रदान करते हैं.
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