गंगा के किनारे बसा बक्सर, बिहार का ऐसा शहर है, जो इतिहास, संस्कृति और प्राकृतिक सुंदरता का अनोखा संगम पेश करता है. यहां के किले, युद्धक्षेत्र, मंदिर और घाट हर तरह के यात्रियों के लिए खास हैं. चाहे आप इतिहास में खोना चाहें या शांत घाटों पर समय बिताना चाहें, बक्सर हर किसी के लिए कुछ न कुछ खास अनुभव देता है.
Photo: incredibleindia.gov.in
बक्सर किला शहर के पुराने गौरव की पहचान है. इसके बारे में कहा जाता है कि इसे 11वीं सदी में राजा रुद्र देव ने बनवाया था. इस किले की खास बात यह है कि इसके मजबूत दीवारें, बड़े प्रवेशद्वार और नक्काशी आपको पुराने समय में ले जाती हैं. इतना ही नहीं किले के भीतर घूमते हुए आप इतिहास को करीब से महसूस कर सकते हैं और उस युग की भव्यता और शौर्य की झलक देख सकते हैं.
Photo: facebook.com/ @क्षत्रिय सोलंकी बन्ना मेवाड़
कटकौली का मैदान इतिहास प्रेमियों के लिए एक खास अनुभव देता है. यही वह मैदान है, जहां 1764 में बक्सर का प्रसिद्ध युद्ध हुआ था. जब आप यहां खड़े होते हैं, तो महसूस होता है कि यह जगह भारतीय इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना की साक्षी रही है. इसके अलावा, इस मैदान में बिखरी शौर्य और बलिदान की गूंज आज भी पर्यटकों को रोमांचित कर देती है और इतिहास की जादुई छवि को जीवंत कर देती है.
Photo: IGT
बक्सर संग्रहालय शहर की समृद्ध विरासत को करीब से देखने का एक बेहतरीन स्थल है. यहां प्राचीन मूर्तियां, दुर्लभ कलाकृतियां और स्थानीय कला की झलक देखने को मिलती है. छोटा होने के बावजूद यह संग्रहालय ज्ञानवर्धक और रोचक है. साथ ही, दोपहर की गर्मी में यहां आकर आराम करने और संस्कृति को समझने का अवसर भी मिलता है.
Photo: Ai generated
गंगा के किनारे बने बक्सर के घाट बेहद सुंदर और शांत हैं. यहां आप शांति से सैर का आनंद ले सकते हैं या शाम की आरती कर सकते हैं. इसके अलावा यहां घाटों पर स्थानीय लोगों की दिनचर्या भी देखने को मिलती है. इतना ही नहीं यहां नदी का शांत बहाव एक सुखद और आध्यात्मिक अनुभव देता है.
Photo: IGT
ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक प्राचीन मंदिर है, जिसकी शुरुआत 10वीं सदी में हुई थी. इस मंदिर की वास्तुकला में नागर और द्रविड़ शैली का खूबसूरत मिश्रण देखने को मिलता है. वहीं, गंगा के किनारे स्थित घाट का शांत वातावरण और प्राकृतिक दृश्य ध्यान और आत्मिक शांति के लिए अच्छा माना जाता है.
Photo: facebook.com/ @brahmeshwarnathmandir