कृषि कानून पर जब से बात बिगड़ी है तब से अब तक करीब 100 दिन बीच चुके हैं. करीब 11 बेनतीजा बातचीत के बाद अब सवाल है कि कृषि कानून पर बात बनेगी कैसे? जाहिर है कृषि कानून के खिलाफ किसान सड़कों पर हैं. किसान नेता राकेश टिकैत एक के बाद एक ताबड़तोड़ रैलियां कर कर रहे हैं. गांव-गांव कृषि कानून के विरोध में प्रदर्शन चल रहा है. हापुड़ से लेकर शामली तक किसान अपने तरीके से कृषि कानून के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. इधर सिंघु बॉर्डर से लेकर गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का मोर्चा फिर से मजबूत हो रहा है. जाहिर है किसान भी जानते हैं कि चुनाव का मौसम है और इस मौसम में सरकार ने बात नहीं बनाई तो उसकी बात चुनावों में बिगड़ सकती है. देखें वीडियो.