अस्पताल में लंबे समय से भर्ती दो मरीजों की दोस्ती हो जाती है. एक ही कमरे में भर्ती हुए दो मरीजों में एक का बेड खिड़की के पास था जबकि दूसरे का दूर था. खिड़की का पास वाले बेड पर भर्ती मरीज रोज दूर वाले मरीज को बाहर की दुनिया से अवगत कराता था. खिड़की से दूर वाला मारीज ज्यादा बीमार था और वो सोचता कि अगर उसका बेड भी खिड़की के किनारे होता तो वह भी बाहर की मनोरम दुनिया देख पाता.
लेकिन खिड़की वाला मरीज जिस बाहरी दुनिया के बारे में बताया करता था असल में बाहर का नजारा उससे ठीक उलट था इस बात का पता खिड़की से दूर बेड वाले मरीज को अपने साथ वाले मरीज की मौत के बाद लगा. साथ ही आज आप जबलपुर के एक ऐसे अस्तपाल की कहानी भी सुनेंगे जहां कैंसर मरीजों के लिए बाहर एक खूबसूरत दुनिया बनाई गई है जहां से वो मन को शांति और ऊर्जा देने वाले नजारों को देखकर कैंसर से जंग जीत सकते हैं.