धन का उपभोग करना चाहिए. उसका संचय नहीं. रहने  खाने और पहनने की जरूरतों के बाद बचा हुआ धन कब बेकार कागज के टुकड़ों में तब्दील हो जाए आपको पता भी नहीं चलेग. देखें वीडियो.....