एस्ट्रो अंकल आज आपको बताएंगे श्राद्ध के महत्व के बारे में. भाद्रपद पूर्णिमा से पितृपक्ष शुरू हो जाते हैं, 25 सितंबर को भाद्रपद पूर्णिमा का पहला श्राद्ध है, पितृ दोष का निवारण करवा सकते हैं. जिनकी कुंडली में पितृ दोष होता है उनका जीवन सुखी नहीं हो पाती है, उनका जीवन दुखी होता है. सूर्य पर राहु, केतु या शनि का प्रभाव हो, दशम भाव या उसके स्वामी पर राहु, केतु या शनि का प्रभाव हो, कुंडली में सूर्य या चंद्रग्रहण योग हो.
The Pitru Paksha Shradh commence on the Purnima or Full Moon Day (at times the next day) and conclude on Amavasya or the New Moon Day.