कहीं आपके फोन में तो नहीं है Spyware, ऐसे कर सकते हैं चेक, बहुत आसान है तरीका

Spyware Lookup tool: स्पाईवेयर यानी चुपके से आप पर नजर रखने वाला ऐप. आज कल इस तरह के ऐप्स का इस्तेमाल काफी ज्यादा किया जा रहा है. हाल में एक लिस्ट सामने आई है, जिसमें तमाम देशों के यूजर्स का डेटा शामिल है. भारत समेत कई देशों में इस स्पाईवेयर ने यूजर्स के फोन में जगह बना रखी है.

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Spyware Lookup tool: ऐसे कर सकते हैं चेक Spyware Lookup tool: ऐसे कर सकते हैं चेक

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 19 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 4:15 PM IST

Spyware ऐप्स को लेकर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है. लाखों एंड्रॉयड यूजर्स का पर्सनल डेटा ऐप्स की वजह से लीक हो रहा है. इस तरह के ऐप्स के शिकार लगभग हर देश में मिले हैं. खासकर अमेरिका, यूरोप, ब्राजिल, इंडोनेशिया और भारत में इससे प्रभावित लोगों की संख्या ज्यादा है.

इस स्पाईवेयर का स्वभाव ऐसा है कि ज्यादातर यूजर्स को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं होती है. टेकक्रंच ने इस मामले में चौंकाने वाला खुलासा किया है. स्पाईवेयर का काम ये होता है कि वो यूजर्स के स्मार्टफोन से उनका डेटा चुराते हैं. इस डेटा में आपके पर्सनल फोटोज सहित कई अकाउंट्स के लॉग इन क्रेंडेशियल भी हो सकते हैं. 

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दरअसल, उन्हें इस साल जून में एक Cache फाइल मिली थी, जिसे TheTruthSpy के इंटरनल नेटवर्क से डंप किया गया था. इस Cache में लीक हुए सभी एंड्रॉयड डिवाइसेस की जानकारी थी, जिसमें TheTruthSpy नेटवर्क का कोई भी स्पाईवेयर था. 

नाम कई, काम एक

TheTruthSpy नेटवर्क में Copy9, MxSpy, iSpyoo, SecondClone, TheSpyApp, ExactSpy, GuestSpy और FoneTracker स्पाईवेयर शामिल हैं. इन सभी के नाम भले ही अलग हों, लेकिन ये सभी ऐप्स एक जैसे ही हैं और एक ही सर्वस इन्फ्रास्ट्रक्चर से कम्युनिकेट करते हैं. इस लिस्ट में स्मार्टफोन्स के IMEI नंबर या फिर उनकी यूनिक एडवरटाइजिंग ID की डिटेल्स शामिल हैं. 

कॉम्प्राइज्ड डेटा की मदद से टेकक्रंच ने एक स्पाईवेयर लुकअप टूल तैयार किया है. इसकी मदद से पता कर सकते हैं कि आपका फोन हैक हुआ या नहीं. साथ ही आप अपने डिवाइस से स्पाईवेयर को रिमूव भी कर सकते हैं. आएइ जानते हैं स्पाईवेयर लुकअप टूल कैसे काम करता है. 

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ऐसे कर सकते हैं चेक

इसके लिए सबसे पहले आपको एक सेफ डिवाइस की जरूरत होगी. मसलन आप अपने फैमिली या फ्रेंड का फोन या कम्प्यूटर इस्तेमाल कर सकते हैं. 

आपको उस डिवाइस से https://techcrunch.com/pages/thetruthspy-investigation/ पेज पर जाना होगा. यहां आपको IMEI और Ads ID का ऑप्शन नजर आएगा. 

आपका फोन इस लीक में शामिल है या नहीं ये जानने के लिए आपको यहां अपना IMEI नंबर या Ads ID एंटर करनी होगी. 

क्या है इन रिजल्ट्स का मतलब?

अगर आपके फोन की Ads ID में बदली हुई है, तो समझ लें कि स्मार्टफोन में spyware इंस्टॉल हुआ था. ऐसी स्थिति में ये टूल आपकी मदद नहीं कर पाएगा. वहीं अगर लुकअप टूल पर Match नजर आता है, तो इसका मतलब है कि आपका फोन लीक हुई लिस्ट में पाया गया है.

अगर 'Likely Match' नजर आता है, तो इसका मतलब है कि आपके IMEI डेटा या Ads ID रिकॉर्ड में मिले हैं, लेकिन इसमें ज्यादा डेटा शामिल नहीं है. अगर नो मैच आता है तो इसका मतलब है कि आपका डिवाइस सुरक्षित है.

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