Cyber fraud के आए दिन नए-नए केस की खबरे सुनने और पढ़ने को मिल रही हैं. साइबर ठगी का एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमें फेक पार्सल स्कैम के नाम पर इंजीनियर को शिकार बनाया है और आखिर में उन्हें 9 लाख रुपये का चूना लगाया है.
फेक पार्सल स्कैम के नाम पर इंजीनियर को डराया, धमकाया और 9 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखा. इसके बाद उसको 9 लाख रुपये का चूना लगाया. आइए इस केस के बारे में डिटेल्स में जानते हैं.
ग्रेटर नोएडा में रहने वाले इंजीनियर एक MNC कंपनी में काम करते हैं. शुक्रवार सुबह उनके पास एक कॉल आया. कॉल करने वाले ने खुद की पहचान एक कुरियर कंपनी के कर्मचारी के रूप में बताई. कॉलर ने बताया कि उनके आधार कार्ड का इस्तेमाल एक विदेश भेजे जाने वाले पार्सल के साथ हुआ.
कॉल करने वाले ने बताया कि इस पार्सल में कई ड्रग्स समेत कई प्रतिबंधित सामान मिला है. कॉल करने वाले ने बताया कि नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरों (NCB) की शिकायत पर इस शिपमेंट को रोक दिया गया है.
इसके बाद विक्टिम के कुछ अन्य कॉल भी आईं, इसमें एक कॉलर ने खुद को NCB ऑफिसर बताया और दूसरे कॉलर ने खुद को मुंबई साइबर सेल से बताया. हालांकि दोनों ही कॉल फर्जी थीं.
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इसके बाद आरोपियों ने विक्टिम को करीब 3 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखा, इस दौरान उन्हें किसी से बात नहीं करने दी. इसके बाद साइबर ठगों ने बैंक डिटेल्स हासिल कर ली और फिर एक बैंक से 10 लाख रुपये का इंस्टैंट लोन ले लिया.
इसके बाद विक्टिम से 9.95 लाख रुपये अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर करा लिए. यह रुपये करीब 9 बार के ट्रांजैक्शन में ट्रांसफर कराए.
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साइबर ठगों ने विक्टिम को लूटने के लिए उसे डराया, धमकाया और गिरफ्तारी तक का डर दिखाया. इतना ही नहीं, उसे फेक आईडी भी शेयर की हैं, जो देखने में एकदम असली जैसी थीं. ऐसे में विक्टिम धोखा खा गए. इस मामले में साइबर क्राइम थाने की टीम जांच कर रही है.
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