विवादित ट्वीट मामला: योगेंद्र यादव ने किया प्रशांत भूषण का बचाव

एंटी रोमियो दल पर तंज भरे ट्वीट ने फिलहाल प्रशांत भूषण की मुसीबतें बढ़ा दी हैं. बढ़ते विवाद के बीच स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने 'आजतक' से खास बातचीत में अपने साथी का बचाव किया है.

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फाइल फोटो फाइल फोटो

पंकज जैन

  • नई दिल्ली,
  • 02 अप्रैल 2017,
  • अपडेटेड 11:58 PM IST

एंटी रोमियो दल पर तंज भरे ट्वीट ने फिलहाल प्रशांत भूषण की मुसीबतें बढ़ा दी हैं. बढ़ते विवाद के बीच स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने 'आजतक' से खास बातचीत में अपने साथी का बचाव किया है.

 

योगेंद्र यादव ने प्रशांत भूषण के ट्वीट को एक व्यंग बताते हुए कहा कि ये ट्वीट उत्तरप्रदेश के रोमियो ब्रिगेड अभियान के बारे में है जहां लड़के-लड़कियों को देखकर धरपकड़ हो रही है. बहिन-भाई को पकड़ के थाने ले जा रहे हैं. इन तमाम बातों पे व्यंग करते हुए प्रशांत भूषण कहते हैं कि अगर ये रोमियो वाला तर्क लागू करें तो इन लोगों के हिसाब से भगवान कृष्ण भी छेड़छाड़ करने वाले साबित हो जाएंगे.

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यादव यहां उत्तरप्रदेश सरकार पर सवाल उठाना नहीं भूले. उन्होंने कहा कि रोमियो प्रेमी है, अपराधी या गुंडा नही है. हमारे यहां हीर रांझा, लैला मजनू, सोनी महिवाल का किस्सा है. ये सब छेड़छाड़ या महिला उत्पीड़न के किस्से नही हैं. अगर महिलाओं के खिलाफ गुंडागर्दी और लड़कियों के साथ छेड़खानी को रोकना है तो लड़के लड़की के हर रिश्ते को अपराधी घोषित करना ज़रूरी नही है.

ट्वीट में कृष्ण भगवान के लिए इस्तेमाल किए गए शब्द पर भावनाएं भड़काने के सवाल पर योगेंद्र यादव ने प्रशांत भूषण का जोरदार बचाव किया. यादव का कहना है, 'बीजपी और आरएसएस के लोग जो भावना आहत होने की बात करते हैं जिन्हें भारतीय संस्कृति की समझ नही है और न भारतीय साहित्य इन्होंने पढ़ा है. बीजेपी आरएसएस को समझ नही आता कि 33 करोड़ देवी देवता में कृष्ण को पूर्ण अवतार क्यों कहा गया है या महाभारत या रासलीला वाले कृष्ण एक क्यों हैं. बीजेपी-आरएसएस वाले अपने आप को हिन्दू धर्म का ठेकेदार बताने की कोशिश करते हैं लेकिन इन्हें हिन्दू धर्म का बेसिक नही पता है.'

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योगेंद्र यादव इस बात पर टिके रहे कि प्रशांत भूषण का ट्वीट महज एक व्यंग था. सवाल पूछने पर यादव ने विरोधियों पर तंज कसते हुए कहा कि 144 शब्द के ट्वीट में वैधानिक चेतावनी लगानी पड़ेगी कि किस तरह ट्वीट को पढ़ें. क्या इस देश में कोई व्यंग, तंज या इशारा नहीं कर सकते? अगर प्रधानमंत्री ये कर दें तो सब ठीक है बाकी कोई नहीं कह सकता.

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