देश में कोरोना वायरस (COVID-19) के खतरे ने येस बैंक की जांच पर भी असर डाला है. केस से जुड़े अधिकतर संदिग्ध कोरोना का हवाला देते हुए ED (प्रवर्तन निदेशालय) के सामने पेशी से बच रहे हैं. ED ने इन्हें पूछताछ के लिए समन भेजे हुए हैं. अभी तक कम से कम तीन लोग यही कारण देते हुए ED के सामने हाजिर होने में असमर्थता जता चुके हैं.
DHFL के दो प्रमोटर शामिल
DHFL के दो प्रमोटरों कपिल वधावन और धीरज वधावन ने ED को चिट्ठी लिख कर बताया कि कोरोना की वजह से स्वास्थ्य को खतरे को देखते हुए वो पूछताछ के लिए पेश नहीं हो सकते. इसी तरह अब इंडिया बुल्स के समीर गहलोत ने भी जांच एजेंसी को अपने लंदन में होने की जानकारी दी है. गहलोत ने ये भी कहा है कि कोरोना को लेकर जिस तरह के हालात हैं, उसमें यात्रा करना सुरक्षित नहीं है.
पूछताछ के लिए पेश होने को नई तारीख
जांच एजेंसी ने येस बैंक केस की जांच के सिलसिले में वधावन भाइयों को 17 मार्च और समीर गहलोत को 21 मार्च को पूछताछ के लिए समन जारी किए थे. सूत्रों ने बताया कि एजेंसी अब वधावन भाइयों और समीर गहलोत, तीनों को पूछताछ के लिए पेश होने को नई तारीख देगी. सूत्रों का कहना है कि अगर संदिग्धों ने समन की अनदेखी करना जारी रखा तो एजेंसी कोर्ट में जाकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपील करेगी.
ED को संदेह है कि जिन कंपनियों को पूछताछ के लिए समन जारी किए गए, उन्होंने येस बैंक के संस्थापक राणा कपूर और उनके परिवार के सदस्यों को घूस देकर येस बैंक से निवेश और कर्ज़ हासिल किए. येस बैंक के संस्थापक और पूर्व CEO राणा कपूर को गिरफ्तार किए जाने के बाद CBI और ED की ओर से जांच की जा रही है.
नरेश गोयल भी पेश नहीं हुए
बंद हो चुकी जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल भी 18 मार्च को जांचकर्ताओं के सामने पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए. उन्होंने जांचकर्ताओं को बताया कि उनका एक रिश्तेदार अस्पताल में भर्ती है और कैंसर की आखिरी स्टेज में है. हालांकि गोयल ने ED से कहा कि अगर वो चाहे तो उनका बयान अस्पताल से ही रिकॉर्ड कर सकते हैं. सूत्रों ने बताया कि ED गोयल की ये पेशकश मंजूर नहीं करेंगे और उन्हें तारीख के लिए समन करेगी.
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एस्सेल ग्रुप के प्रमुख सुभाष चंद्रा बुधवार ED के सामने पेश नहीं हुए. उन्होंने एजेंसी को सूचित किया कि राज्यसभा का सत्र जारी है, इसके समाप्त होने के बाद ही वो पूछताछ के लिए आ सकते हैं. सूत्रों ने बताया कि जब राज्यसभा का सत्र नहीं चल रहा होगा तब सुभाष चंद्रा को नया समन भेजा जाएगा.क्या है मामला
जांच एजेंसी के मुताबिक नरेश गोयल की जेट एयरवेज को दिया 550 करोड़ का कर्ज खराब लोन में बदल गया. इसी तरह सुभाष चंद्रा के एस्सेल ग्रुप को दिया 8400 करोड़ रुपए का कर्ज भी खराब लोन में बदल गया. यही हाल वधावन भाइयों के DHFL ग्रुप को दिए 3700 करोड़ रुपए के कर्ज का भी हुआ.
मुनीष पांडे