कर्नाटक में भाजपा के सीएम पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा चुनावी रणनीति तय करने में फ्री हैंड चाहते हैं. परिवर्तन यात्रा पर चल रहे येदियुरप्पा राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को लेकर राज्य के बाहर के भाजपा नेताओं की टिप्पणी को लेकर असहज बताए जा रहे हैं.
गौरतलब है कि हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कर्नाटक में सिद्दारमैया पर सियासी हमला बोला था. इसके बाद भाजपा अध्यक्ष ने भी सिद्धारमैया पर इसी तरह की टिप्पणी की थी. येदियुरप्पा के नजदीकी नेताओं से मिली जानकारी के मुताबिक येदुयुरप्पा इससे असहज हैं. मुख्यमंत्री अपने ऊपर हो रहे सियासी हमले को बाहरी बनाम स्थानीय का मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन भाजपा के दोनों बड़े नेताओं पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और योगी आदित्यनाथ की आलोचना राज्य सरकार से अधिक सिद्धारमैया पर निजी हमला प्रतीत होता है.
सूत्रों का कहना है कि येदियुरप्पा ने इस बात के संकेत केंद्रीय नेताओं को दिया है. येदियुरप्पा चाह रहे हैं कि 28 जनवरी तक जब तक उनकी परिवर्तन यात्रा समाप्त नहीं हो जाए राज्य सरकार की नाकामियों को उजागर कर येदियुरप्पा के समय की उपलब्धियों को सामने लाने पर फोकस किया जाए. इस तरह सत्ताविरोधी रुझान को एक मुद्दा के रूप में पहले स्थापित किया जाए. इसके बाद इसे बड़ा बनाने के लिए निजी हमले किए जा सकते हैं. माना जा रहा है कि येदियुरप्पा यह चाह रहे हैं कि जिस तरह से 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी सिर्फ विकास की बात करते हुए कांग्रेस के खिलाफ सत्ताविरोधी रुझान को एक बड़ा मुद्दा बना कर चल रहे थे वही फॉर्मूला कर्नाटक में भी लागू किया जाए.
मंजीत ठाकुर / संध्या द्विवेदी