पिछले कुछ समय से WhatsApp किसी फीचर की वजह से नहीं बल्कि जासूसी के मामले में चर्चा में है. इजरायल की एक फर्म ने Pegasus स्पाईवेयर बना कर WhatsApp यूजर्स की जासूसी की है. WhatsApp ने खुद इस बात की जानकारी दी कि Pegasus द्वारा भारत के कुछ यूजर्स की जासूसी की गई है. इस जासूसी से भारत के कुछ पत्रकार और ऐक्टिविस्ट प्रभावित हुए हैं.
सरकार ने ये उम्मीद जताई है कि WhatsApp अपनी सिक्योरिटी वॉल को मजबूत करेगा और आगे से इस तरह की सिक्योरिटी ब्रीच बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
WhatsApp जासूसी का ये मुद्दा संसद में उठाया गया. मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक एंड इन्फॉर्मेशन ब्रॉडकास्टिंग ने कहा है कि भारत में 121 यूजर्स Pegasus द्वारा की गई इस जासूसी से प्रभावित हैं.
WhatsApp ने कहा था कि इजरायल की एक कंपनी NSO Group ने Pegasus नाम एक स्पाईवेयर डेवेलप किया था और इससे दुनिया भर के 1400 WhatsApp यूजर्स प्रभावित हैं.
इसके बाद भारत सरकार ने WhatsApp से इसे लेकर जवाब मांगा था अब वॉट्सऐप का रिप्लाई आ गया है. WhatsApp ने सरकार को जवाब देते हुए कहा है कि कंपनी हर तरह के सिक्योरिटी मेजर पर काम करेगी. कंपनी ने ये भी कहा कि इस खामी को अब ठीक कर लिया गया है. वॉट्सऐप ने कहा है कि कंपनी सरकार के साथ इस इश्यू पर काम करेगी.
पॉलोमी साहा