दिल्ली में ऑड इवन फॉर्मूला लागू हो गया है. दिल्लीवालों की शिकायतें और दिक्कतें अपनी जगह हैं, लेकिन दिल्ली के बाहर वालों के लिए यह आफत से कम नहीं है. पहले ही दिन कुछ ऐसे लोग पुलिस के हत्थे चढ़ गए, जो ऑड डे पर इवन नंबर की गाड़ी लेकर दिल्ली से गुजर रहे थे. सुबह 8 बजे बाद दिल्ली पहुंचे तो चालान कटा बैठे.
एक थे विवेक. जा रहे थे रेवाड़ी से बदायूं. अपनी इवन नंबर की कार से. बीच में पड़ा दिल्ली शहर. अब आनंद विहार के पास पकड़ लिया पुलिसवालों ने. विवेक ने बहुत समझाया कि वो दिल्ली के इस नियम के बारे में कुछ नहीं जानते. अब दिल्ली रास्ते में पड़ती है तो इसमें उनका क्या कसूर. लेकिन पुलिसवाले भी नियम के आगे मजबूर थे. उन्होंने चालान काट दिया.
नाराजगी और बेचारगी से भरे विवेक कहते ही रह गए कि दिल्ली सरकार को बाहर की गाड़ियों को सजा नहीं देनी चाहिए. आखिरकार विवेक उसे चुकाकर आगे बढ़ गए. ऐसे ही एक और कार आई. हरियाणा की इवन नंबर. पुलिस ने इसे भी रोका और थमा दी 2000 रुपये की पर्ची. उन्हें भी थोड़ी बहस के बाद पैसे देने ही पड़े.
ये तो सिर्फ दो किस्से हैं. वो भी एक इलाके से और ऑड-इवन फार्मूला लागू होने के पहले ही दिन. अभी 14 दिन का ट्रायल शेष है और ऐसे ही लोगों की नाराजगी भी. ऐसे कई व्यावहारिक मसले हैं जिन पर सरकार को नए सिरे से सोचने की जरूरत है.
विकास वशिष्ठ