चीनी मोबाइल कंपनी विवो ने एक बार फिर आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप हासिल कर ली है. अब उसके पास अगले पांच साल तक टाइटल स्पॉन्सरशिप रहेगी. स्पॉन्सरशिप के लिए विवो ने सर्वाधिक 2199 करोड़ रुपए की बोली लगाई. जबकि प्रतिद्वंद्वी ओपो 1430 करोड़ रुपए की बोली के साथ दूसरे स्थान पर रहा.
इसके साथ ही चीनी कंपनी बीसीसीआई को प्रति वर्ष करीब 440 करोड़ रुपए भुगतान करेगी, जो पहले से चार गुना अधिक है. बीसीसीआई ने 31 जुलाई 2022 तक के लिए निविदाएं आमंत्रित की थीं.
विवो ने में दो वर्षों के लिए 100 करोड़ रुपए प्रति वर्ष की दर से टाइटल स्पॉन्सरशिप हासिल की थी, जो पेप्सीको से 20 करोड़ रुपए ज्यादा था. पेप्सीको को 2013-2015 तक के लिए स्पॉन्सरशिप मिली थी.
विश्व मोहन मिश्र